सभी धुरी,माँ केन्द्र धरा की
आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* सभी धुरी माँ केन्द्र धरा पर,नारी ही वरदान शान है।दिव्य किरण का तेज ओज वो,ईश्वर का अभिदान शान है॥ अनुपम निर्मल प्रेम धार से,करे सुरक्षा प्रेम सार है।कोख धरे नव जीव जन्म दे,अविरल बहती धरे प्यार है। सुरभित करती मानव जीवन,हृदय भाव का मधुर गान है।सभी धुरी माँ केन्द्र धरा पर,नारी … Read more