किसानों की पीड़ा
आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** इस धरती पर देव है,अपने सभी किसान। उपजाते हैं अन्न को,सबके ये भगवान॥ आज दुर्दशा देख लें,नित्य बहाते नीर, आय नहीं है क्या करें,कितना सहते पीर, कठिन तपस्या ये करे,होता बचत न धान, इस धरती पर देव हैं,अपने सभी किसान। फसल मेहनत से उगे,मिलता उचित न मोल, लाभ कहाँ से होय … Read more