आक्सीजन कहाँ है!
आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* आक्सीजन अब ढूँढ रहे हो।मत काटो क्या पेड़ कहे हो॥ वर्तमान में मानुष रोता।लोभ मोह में सब-कुछ खोता॥ कलयुग का यह है संदेशा।कभी लगाया नहि अंदेशा॥ प्रतिपल मानुष जूझ रहा है।वृक्ष न काटो कभी कहा है॥ जीवन तो है बस वृक्ष जहाँ है।आक्सीजन बस मिले वहाँ है॥ आज सबक हमको लेना … Read more