क्यों भार लगने लगती है जिन्दगी ?

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* जीवन से जुड़ा एक बड़ा सवाल है कि विषम परिस्थितियां क्यों आती है ? जिन्दगी क्यों भार स्वरूप लगने लगती है ? क्यों हम स्वयं से…

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राष्ट्रहित में सम्मान करना चाहिए कानून का

सुशीला रोहिला सोनीपत(हरियाणा) ************************************************************** मुद्दा 'नागरिकता संशोधन कानून'.......... नागरिक कानून हम सब देशवासियों के लिए,नागरिकों के लिए सुरक्षा कवच है। जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वह अपने देश…

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अब अदालत से ही आशा

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** मुद्दा 'नागरिक संशोधन कानून'................... संसद ने किसी कानून को स्पष्ट बहुमत से पारित किया हो और उसके खिलाफ इतना जबर्दस्त आंदोलन चल पड़ा हो,ऐसा स्वतंत्र…

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फूल की भूल

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** असल जीवन की यह कहानी ६ दिसम्बर १९५९ से सम्बद्ध है। सम्मान,अपमान और निष्कासन की एक ऐसी घटना घटी थी जिसने हर्ष-विषाद का समन्वित इतिहास…

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विरोध बिल्कुल अनुचित,बारीकी से पढ़ने की जरूरत

इलाश्री जायसवाल नोएडा(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* मुद्दा `नागरिकता संशोधन कानून`............. 'नागरिकता संशोधन कानून' को आलोचक,नागरिक तथा लेखक की दृष्टि से पढ़ा। इस कानून के विषय में पढ़ने पर मुझे ज्ञात हुआ कि…

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तुझमें राम,मुझमें राम और हम सबमें राम

हेमेन्द्र क्षीरसागर बालाघाट(मध्यप्रदेश) *************************************************************** किसी भी राष्ट्र का अस्तित्व और अस्मिता,स्वत्व और स्वाभिमान उस देश के श्रद्धा व आस्था केन्द्रों,महापुरुषों के स्मृति स्थलों तथा सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण व संवर्धन…

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कहां सावरकर और कहां राहुल ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** हमारे आजकल के नेताओं से यह आशा करना कि वे नेहरु, लोहिया,श्यामाप्रसाद मुखर्जी,विनोबा,अटलबिहारी वाजपेयी और नरसिंहराव की तरह पढ़े-लिखे होंगे,उनके साथ अन्याय करना होगा। वे…

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समाज में मनुष्यता के प्रतिस्थापक भगवान पार्श्वनाथ

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** सनातन धर्म की पावन गंगोत्री से निकले विभिन्न धर्मों में जैन धर्म भारत का सर्वाधिक प्राचीनतम धर्म है। चौबीस तीर्थकंरों की समृद्ध जनकल्याण की परम्परा,जो…

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अब ‘राशन एकीकरण’ की तैयारी,क्या हाजमा भी एक होगा ?

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** ‘एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड’ के बहाने ‘राष्ट्रीय एकीकरण अभियान’ के तहत केन्द्र की मोदी सरकार की सूची में अगला क्रम अब राशन कार्ड का है। इसे…

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निरर्थक संकट में फंसी भाजपा

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** मुद्दा `नागरिकता संशोधन कानून`............ कोई कानून हमारी संसद स्पष्ट बहुमत से बनाए और उस पर इतना देशव्यापी हंगामा होने लगे,ऐसा याद नहीं पड़ता। संसद के…

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