जैसे को तैसा

प्रो. लक्ष्मी यादवमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************************** एक शहर में राजवीर नाम का व्यक्ति था, जो बहुत ही घमंडी था। उसे अपने पिता रघुवीर जी के ज़िला अधिकारी होने का बहुत ज़्यादा घमंड…

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भारत:समृद्धि के शिखर एवं गरीबी के गड्ढे…विडम्बना

ललित गर्ग दिल्ली************************************** वैश्विक संस्था 'ऑक्सफैम' ने अपनी आर्थिक असमानता रिपोर्ट में समृद्धि के नाम पर पनप रहे नए नजरिए, विसंगतिपूर्ण आर्थिक संरचना एवं अमीरी-गरीबी के बीच बढ़ते फासले की…

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‘युवा नशेड़ी…’ ऐसा ऊल-जलूल कब तक बोलोगे युवराज ?

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** अखिल भारतीय कांग्रेस के भविष्य युवराज यानि राहुल गांधी ने एक बार फिर अपनी राजनीतिक अपरिपक्वता का देशव्यापी उदाहरण प्रस्तुत किया है। वाराणसी में जनसभा में युवाओं…

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उद्यमिता विकास की अपार संभावनाएँ हैं फार्मा-संबंधित क्षेत्रों में

डॉ. पुनीत कुमार द्विवेदीइंदौर (मध्यप्रदेश)********************************** फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट (प्रबंधन) का महत्व आज के समय में बढ़ रहा है, क्योंकि यह क्षेत्र देश की जनता के स्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदार है। फार्मा…

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गौरव की प्रतीक मातृभाषाओं को विकसित करना प्राथमिकता हो

ललित गर्ग दिल्ली************************************** 'विश्व मातृभाषा दिवस' (२१ फरवरी) विशेष... 'यूनेस्को' द्वारा हर वर्ष २१ फरवरी को 'विश्व मातृभाषा दिवस' मनाया जाता है। इसको मनाने का उद्देश्य है विश्व में भाषाई…

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चुनावी शतरंज:नीति ही राजा, मोहरे और चाले हों

ललित गर्ग दिल्ली************************************** २०२४ के लोकसभा चुनाव को लेकर शतरंज की बिसात बिछ रही है। कुछ ही हफ्ते बचे हैं और भारतीय जनता पार्टी एवं सभी विपक्षी दल शतरंज की…

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अपनी परम्परा-संस्कृति को नहीं भूलें

प्रो. लक्ष्मी यादवमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************************** आया मनभावन वसंत... प्रति वर्ष वसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती की पूजा- आराधना की जाती है। वसंत ऋतु बड़ी ही मनभावन ऋतु है। इसका सबको…

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यही क्षण व्यक्तिवादी मनोवृत्तियों को बदलने का

ललित गर्ग दिल्ली************************************** आया मनभावन बसंत.... मन की, जीवन की, संस्कृति की, साहित्य की, प्रकृति की असीम कामनाओं का अनूठा त्योहार है बसंत पंचमी, जो हर वर्ष माघ मास में…

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आनंद-उल्लास का दूजा नाम ‘वसंत’

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ आया मनभावन वसंत... प्रकृति के नवाचार के लिए नई उम्मीद, नए संकल्प से जब तन-मन दोनों जुड़ जाते हों, आसमान का सूर्य भी अपनी किरणों…

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अपने मन-मस्तिष्क को जागृत रखें

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)********************************************* आया मनभावन वसंत.... २-४ दिन से मुम्बई वाले भवन-समूह के बगीचे में दोस्तों के बीच यही चर्चा रही कि, पतझड़ ही अभी तक शुरू नहीं हुआ…

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