मेरा विवाह
सुजीत जायसवाल ‘जीत’कौशाम्बी-प्रयागराज (उत्तरप्रदेश)******************************************* हास्य… सुहानी फरवरी की रात,सुनाई पिता जी ने एक बात,तेरी काली करतूतों ने मुझे अब तक बहुत सताया है,इसीलिए तेरे विवाह का मेरे मन में विचार आया है। मैंने कहा-पिताजी,मैं बेचारा,मेरी कविता एक सहारा,मौज़-मस्ती के दिनों में मुझ पर कृपा फ़रमाइएमेरी शादी करा कर मुझे बलि का बक़रा ना बनाइए। सुनकर … Read more