साक्षात्कार ‘मैं’ का मेरे से…

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* ◾मैं कौन हूँ ?-श्री हरि का एक अंश।◾कहाँ हूँ ?-श्री हरि की शरण में।◾क्यों हूँ ?-श्री हरि की अनुकम्पा पाने।◾किसलिए हूँ ?-पुनः श्री हरि में विलय होने।◾किसके लिए हूँ ?-श्री हरि के लिए।◾अभिन्न हो तो श्री हरि अपना अंश अलग क्यूँ किए ?-यह देखने की उनके अंश मात्र में कितनी शक्ति है।◾हरि … Read more

वे धन्यवाद नहीं ले रहे…

धर्मपाल महेंद्र जैनटोरंटो (कनाडा)**************************** मैं अपने समय के प्रतिष्ठित होते-होते बच गए व्यंग्यकार के साथ बैठा हूँ। उनका जेनेरिक नाम व्यंका है,ब्रांड नेम बाज़ार में आया नहीं, इसलिए अभी उनका नाम बताने में दम नहीं है। यह चर्चा मोबाइल पर रिकॉर्ड हो रही है। प्र.: व्यंका जी,कभी आपका नाम हो जाए और आप अमर हो … Read more

समूची संस्कृति की आग का ही नाम है हिंदी

डॉ.अर्चना मिश्रा शुक्लाकानपुर (उत्तरप्रदेश)************************* साहित्य और अनुसंधान के शिखर पुरुष, भारत के ३ विश्‍वविद्यालयों से डी.लिट. की सर्वोच्च उपाधि से सम्मानित कवि, साहित्यकार,समालोचक तथा महापण्डित राहुल सांकृत्यायन की प्रेरणा से काल के गर्भ में खोई दुर्लभ पाण्डुलिपियों को श्रमसाध्य यात्राओं द्वारा खोजकर अनुसंधान एवं अन्वेषण के मनीषी,कविता को गाँवों की चौपालों तक पहुँचाने के लिए … Read more

परिंदों को मिलेगी मंज़िल एक दिन..

इदरीस खत्रीइंदौर(मध्यप्रदेश)************************************************ बात उन दिनों की है,जब मैं कुछ बच्चों को अभिनय सीखने में मदद कर रहा था। २०१२ की उस बैच में कुल १२ में से अभिनय के १ प्रशिक्षणार्थी अरमान श्रोत्रिय भी थे। उसमें से एक नौजवान बच्चा बोला था कि,मैं क्या हूँ यह पूरी दुनिया को मुंबई बताएगी।उस नौजवान ने अपना प्रशिक्षण … Read more

प्रगति के चश्मे से देखेंगे तो ही भारतीय भाषाओं का विकास हो सकेगा

डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)*************************************** विश्व हिंदी दिवस के प्रस्तावक वीरेंद्र कुमार यादव से मुलाकात एक बार फिर इसी सप्ताह विश्व हिंदी दिवस का आगाज होने जा रहा है। वर्ष २००६ से प्रत्येक वर्ष १० जनवरी को भारत के विभिन्न दूतावासों और केन्द्रीय सरकार के कार्यालयों आदि में विश्व हिंदी दिवस का आयोजन किया जाता है। … Read more

लगन,मेहनत और अभिनय से किरदार बनता सचिन

इदरीस खत्रीइंदौर(मध्यप्रदेश)******************************************************* माना कि मेरी ज़ात सिकन्दर तो नही हैं, हारते रहना भी मुकद्दर तो नहीं है एक रोज पार कर जाऊँगा तुझे भी, तू मेरी ज़िंदगी का पहला समुन्दर तो नहीं हैlदोस्तों आँखें होती छोटी हैं,पर सपने हमेशा बड़े देखती हैंl इन्हीं पंक्तियों को चरितार्थ किया सागर(मप्र) के सचिन नायक नेl सामान्य कद-काठी वाले … Read more

न्यायमूर्ति चंद्रशेखर धर्माधिकारी से वह मुलाकात…

डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’ मुम्बई(महाराष्ट्र) *************************************************************** एक बार मैं मुंबई उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश,गांधीवादी और भारतीय भाषा-प्रेमी न्यायमूर्ति चंद्रशेखर अधिकारी(अब दिवंगत) से उनके आवास पर उनसे मिलने के लिए गया। कुछ औपचारिक बातों के बाद मैंने उनसे कहा,-‘सर,मुझे इस बात पर चर्चा करनी है कि संघ और राज्यों द्वारा बनाए गए विभिन्न कानूनों के … Read more