उसूल

डाॅ. पूनम अरोराऊधम सिंह नगर(उत्तराखण्ड)************************************* एक पत्थर पर एक ओर आलोक व दूसरी ओर नेहा दोनों ही मिलने के लिए हाथ बढ़ाए हुए हैं,किन्तु तिल भर के लिए उनके हाथ…

Comments Off on उसूल

लज्जा हीन

स्मृति श्रीवास्तव इंदौर (मध्यप्रदेश)********************************************* 'हैलो! रजनी सब तैयारी हो गई ना ? कितना पैसा इकट्ठा हुआ है ? उसे एक लिफाफे में रख लेना,खुले पैसे देना अच्छा नहीं लगेगा।'रजनी ने…

Comments Off on लज्जा हीन

हमसफ़र

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* मन की किताब पर एकांतवास पसरा हुआ था। देवनार के वृक्ष की जड़ें चारों ओर मन की ज़मीं पर फैलीं हुई थीं। दुश्वारियों के रेले को…

Comments Off on हमसफ़र

ममता का आँचल

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… बुजुर्ग दया बहुत गरीब थी। अकेली रहती थी, बस मिट्टी से घड़े,दीपक आदि बना कर कैसे भी गुजर-बसर करती थी। पिछले साल…

Comments Off on ममता का आँचल

तालमेल

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)******************************** "दादी माँ…देखिए,आज गरबे के लिए मेरा लहंगा कैसा लग रहा है…? पता है दादी माँ,मेरा ये लहंगा न मम्मी ने ख़ास गुजरात से मंगवाया था..!" अपने पूरे लंहगे…

Comments Off on तालमेल

हद हो गई

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** इस आपदा ने मन-मस्तिष्क तोड़ कर रख दिया। पहले कभी ना देखा,ना सुना कि,तालाबंदी क्या बला है। कर्फ्यू तो बहुत देखा,कुछ शहरों में आए- दिन दंगे होते…

Comments Off on हद हो गई

तन्त्र-मन्त्र

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** आज लाइब्रेरी से लौटने में शोभित को कुछ अधिक ही देर हो गई। सारे दोस्त रास्ते से ही अलग-अलग हो जाते थे। यूनिवर्सिटी से घर आने में…

Comments Off on तन्त्र-मन्त्र

बाल विवाह

डॉ. आशा मिश्रा ‘आस’मुंबई (महाराष्ट्र)******************************************* आज लालती का विवाह हुए २ महीने बीत चुके थे। उन दिनों विवाह के बाद गौने का रिवाज था। लालती का विवाह १० वर्ष की…

Comments Off on बाल विवाह

मैं जीत गई

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** आज मिश्रा जी के घर में फिर हलचल दिखाई दे रही थी । हर चार-पांच महीन बाद ऐसा माहौल रहता,फिर शान्त हो जाता । मेरे पड़ोसी थे।…

Comments Off on मैं जीत गई

मेरी भगवान

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ मेरा विद्यार्थी जीवन स्पर्धा विशेष …….. आज नीरा अपनी बालकनी में बैठी-बैठी अपने विद्यालय के दिन याद कर रही थी,क्योंकि आज उसकी बहुत पुरानी सहेली प्रीति…

Comments Off on मेरी भगवान