कुण्डलिया
हारेगा निश्चित तिमिर
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* दीवाली खुशियाँ लिए,गाती मंगल गीत।हारेगा निश्चित तिमिर,हो उजास की जीत॥हो उजास की जीत,खुशी की हाला पी लें।अंतर्मन हो शुद्ध,पर्व को सचमुच जी लें॥जब पावन आचार,तभी होगी खुशहाली।मिलें हाथ से हाथ,मुबारक़ हो दीवाली॥ उजियारा मुस्का रहा,हँसते हैं सब दीप।धनतेरस से आ गया,देखो पर्व समीप॥देखो पर्व समीप,खुशी की फुलझड़ियाँ हैं।छत से लटकें … Read more
हो अखंड सौभाग्य
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* पावनता उर में लिए,करती नारी पर्व।नारी के सद्भाव पर,करता हर इक गर्व॥करता हर इक गर्व,नार तो प्रीति निभाती।हो अखंड सौभाग्य,चौथ को देव मनाती॥नारी गहती धर्म,इसी से है मानवता।जब तक करवा चौथ,रहेगी नित पावनता॥ नारी करवा चौथ पर,नीर बिना उपवास।नारी में तेजत्व है,हो जाता आभास॥हो जाता आभास,अमर सिन्दूर बनाती।माता करवा चौथ,हर्ष … Read more