गुरू महान…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ शिक्षक दिवस विशेष………. कोटि वंदन- गुरू चरण रज, माथ चंदनl गुरू महान- ब्रम्हा विष्णु महेश, करते ध्यानl कर सम्मान- गुरू के आशीष से, मिलता मानl ज्ञान बढ़ाता- भूले-भटकों को वो, राह बताताl कई प्रमाण- गुरू महिमा गाते, वेद पुराणl परिचय–निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी … Read more

पाक चिल्लाया

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ देशभक्ति है, परत दर खुली नौटंकी धुली। शोर-शराबा, काम नहीं है आया पाक चिल्लाया। सच का मित्र, वही हो सकता है कष्ट का इष्ट। ढोल की पोल, खोली मोदी-शाह ने पाक न बोल। राहु लगा कि, वायनाड़ चीखता बाढ़ हांलांकि। बाढ़ का देश, हर साल है आती कार्य न वेश। … Read more

सैनिक

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ वीर सैनिक, जान लुटा देता है देश के लिए। आंधी तूफान में भी डटा रहता, देश के लिए। अपना घर, परिवार भूलता देश के लिए। सारे रिश्तों को, करता है कुर्बान देश के लिए। सारी खुशियाँ, लुटा देता अपनी देश के लिए। परिचय–निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम … Read more

तिरंगा

मोहित जागेटिया भीलवाड़ा(राजस्थान) ************************************************************************** झंडा तिरंगा, ऊँचा रहे हमारा ये गीत गाएं। ये भारत की, आजादी का पर्व है हम मनाएं। मिल के गाएं, वो वीरों की गाथाएं जो मिट गए। देश उनको, आज याद करेगा उनकी शान। सदा-सदा ही, गगन चाँद पर ये लहराएं। आओ मिल के, देश के शहीदों की शान बढ़ाएं। तिरंगा … Read more

रब किसका

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** रब उसका, बेज़ार है जिसका तू है किसका ! तेरी तू जाने, पर,मैं तो उसका जो है सबका। वो हर सू है, पर,दिखे उसी को जो है उसका। ऐसा क्यों है कि, वो दिखे न सबको वो तो सबका। तू तो सबमें, बस ऐब ढूँढता तो,क्या देखेगा! झाँक जरा … Read more

तीन सौ सत्तर…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ कश्मीर तंत्र- तीन सौ सत्तर से हुआ स्वतंत्रl एक प्रधान- जम्मू-कश्मीर में हो एक विधानl कश्मीर क्यारी- देखो आज फिर से खिलखिलाईl सबसे न्यारा- जम्मू-कश्मीर में हो तिरंगा प्याराl उठी तरंग- हर हिंदुस्तानी में जगी उमंगl परिचय–निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी जन्म तिथि ५ … Read more

सावन…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ मनभावन- मस्ती भरा मौसम, यह सावन। सावन आया- मिट्टी की सौंधी-सौंधी, महक लाया। कली मुस्काई- काली-काली घटायें, नभ में छाई। थोड़ा झूम लें- हरी-भरी धरती, थोड़ा चूम लें। आज बस्ती में- बच्चों की टोली नाच, रही मस्ती में। परिचय–निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी जन्म … Read more

सपनों की दुनिया..

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ कभी हँसाती- सपनों की दुनिया, कभी रुलातीl कोई रूठता- कोई मझधार में, साथ छोड़ताl कभी उठाती- ख़्वाबों की हक़ीकत, कभी गिरातीl ख़्वाबों में झूली- आज की युवा पीढ़ी, ख़ुद को भूलीl सत्य से दूर- सपनों में उलझा, है मज़बूरl परिचय–निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी … Read more

जल जीवन

मोहित जागेटिया भीलवाड़ा(राजस्थान) ************************************************************************** जल जीवन, कल का ये आधार- बचाएं सब। नदिया पेड़, सबको बचाना है- भविष्य बनें। जीवन जीते, नहीं तो अब हारेंगे- बिना नीर के। सूखा पड़ेगा, हम मर जाएंगे- कैसे जिएंगे। परिचय–मोहित जागेटिया का जन्म ६ अक्तूबर १९९१ में ,सिदडियास में हुआ हैl वर्तमान में आपका बसेरा गांव सिडियास (जिला भीलवाड़ा, … Read more

संसार…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ सारा संसार- कभी-कभी लगता, मुझे असार। धूप या छाया- यह सब है यारों, प्रभु की माया। गोरखधंधा- मज़हबी रंग में, रंगी दुनिया। कैसा है जग- हर जगह बैठे, ठग ही ठग। दुनिया दंग- गिरगिट के जैसे, बदले रंग। परिचय–निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी जन्म … Read more