आप ना होते…
अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** आप ना होतेसंसार न मिलताहम ना होते। पेड़-सी छायाजीवन वटवृक्षपिता ही काया। माँ सम नहींधीर-गम्भीर होतेवो कम नहीं। सब सिखायाथामी सदा अंगुलीबने वे साया। करूँ प्रणामसर्वोत्तम हैं पिताउनसे नाम। उनका कर्जहाथ नहीं छोड़नानिभाना फर्ज़। आँसू न देनाचाहते वो प्रगतिमान रखना। सुनें उनकीसबक का खजानासीख उनकी। सब जानतेफटे जूते रहतेवो मुस्कुराते। बहाते स्वेदहर … Read more