१४ साल बाद बढ़े मुई ‘माचिस’ के भाव..!

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** हैरानी की बात है कि जो माचिस अंधेरे में उजाला करने के लिए जरूरी है और जो आग भी जलाती है,दुनिया में उसके ‘भाव’ मुश्किल से बढ़ते हैं। यूँ इंसान ने चकमक पत्थर से लेकर चुटकी में सुलगने वाली दियासलाई तक का सफर हजारों बरसों में तय किया है,लेकिन ऐसी बहुमूल्य माचिस … Read more

कलम को ऐसी धार मिले,जो सही बात को सही व्यक्ति तक पहुंचा सके

लोकार्पण…. इंदौर। इस आपदा के दौर से यही बात निकलकर आई है कि हमारे हाथ में तलवार न रहे और हमारी कलम को ऐसी धार मिले,जो सही बात को सही समय पर सही व्यक्ति तक पहुंचा सके। यह पुस्तक निश्चित ही समाज को प्रेरणा देगी।इंदौर में पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला (देवी अहिल्या विश्वविद्यालय) में कोरोना … Read more

शिक्षा हो सब जन सुलभ

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************ संविधान शिक्षा प्रजा,मिला मूल अधिकार।आलोकित शिक्षा मनुज,न्याय त्याग आचार॥ शिक्षा मिले समाज में,संस्कार परिवार।छल कपटी सत्तापरक,राजनीति गद्दार॥ धर्म जाति शिक्षा निहित,लोकतंत्र है आज।रोजगार भी जातिगत,बस नफ़रत आगाज़॥ दर-दर ठोकर खा रहे,शिक्षित उच्च सुपात्र।आरक्षण की मार से,तरुणाहत है गात्र॥ लोकतंत्र हो तब सफल,मिटे जाति अरु धर्म।सम्मानित शिक्षित गुणी,अभिनंदित हो कर्म॥ … Read more

कर्म महान

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* कर्ममहान है,भूलता इंसान हैफल देताकर्म। कर्ममहान है,फिर इन्सान हैअनजान,कर्म। कर्मकरते चलो,जो फल मिला हैसमझो है,कर्म। कर्ममहान है,गुमान नहीं करधन पर,हैकर्म। कर्ममहान है,जो भाग्य लिखा हैमिला वो हैकर्म। कर्ममहान है,भाग्य से ज्यादानहीं देता है,कर्म। कर्ममहान है,धर्म पथ चल राहीकहता हैकर्म। कर्ममहान है,माता सेवा करनाफल दे देगाकर्म॥ परिचय–श्रीमती देवंती देवी का ताल्लुक वर्तमान … Read more

होना भावुक नहीं

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)*************************************** होना तुम भावुक नहीं,पा कर मेरा प्यार।रहना खुश संसार में,हरदम मेरे यार॥हरदम मेरे यार,नहीं दु:ख का हो साया।मन में रख विश्वास,मिलेगी सुख की छाया॥कहे विनायक राज,आसरा तुम मत खोना।सुखमय हो संसार,कभी भावुक मत होना॥

थम यायावर मन

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** आज फिर मन छोड़ द्रुतगामी घोड़ा पास पैदल निकल गया,आज फिर जमे तहेदिल खुशियों का धधकता लावा पिघल गया। आज फिर सुबह की किरण मुझसे लिपट-लिपट कुछ कहने लगी,आज फिर एक चँचल-सी गिलहरी मेरे बगीचे में आकर रहने लगी। आज फिर बरसाती से धुले नर्म कोमल पत्ते हरे-हरे डोल रहे हैं,आज फिर स्वच्छ … Read more

हो अखंड सौभाग्य

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* पावनता उर में लिए,करती नारी पर्व।नारी के सद्भाव पर,करता हर इक गर्व॥करता हर इक गर्व,नार तो प्रीति निभाती।हो अखंड सौभाग्य,चौथ को देव मनाती॥नारी गहती धर्म,इसी से है मानवता।जब तक करवा चौथ,रहेगी नित पावनता॥ नारी करवा चौथ पर,नीर बिना उपवास।नारी में तेजत्व है,हो जाता आभास॥हो जाता आभास,अमर सिन्दूर बनाती।माता करवा चौथ,हर्ष … Read more

जख्म दिखलाने से क्या होगा

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** अब अपनी ख्वाहिशों को यूँ दबा देने से क्या होगा,जमाने को यूँ अपना जख्म दिखलाने से क्या होगा॥ मेरे दिल पर जो गुज़री है भुलाना है बहुत मुश्किल,तुम्हारी याद को दिल से मिटाना है बहुत मुश्किल।किसी को दर्द सीने का दिखा देने से क्या होगा,अब अपनी ख़्वाहिशों…॥ मेरी तन्हाइयों का अब … Read more

सात जन्म हो तुम मेरे

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** एक जन्म नहीं,सात जन्म हो तुम मेरे,अर्धांगिनी रुप में अर्ध वर्ण हो तुम मेरे। जप-तप का फल जन्मों का तुम मेरे,इस जन्म बने अंतःकरण हो तुम मेरे। वामांगिनी,सहगामिनी,संगिनी,वनिता,जाया,भार्या,कालत्र,कांता और कविता। सर्व नाम में रची-बसी एक अर्थ में,अर्धांगिनी,जीवन तरण हो तुम मेरे। अर्थ-अर्थ में संग भाव निस्वार्थ तुम मेरे,उर मन मस्तिष्क,रुप पूर्ण हो … Read more

मातु भवानी अब तो आओ

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* मातु भवानी अब तो आओ,आया फिर नवरात्र है।कलयुग के इस अनाचार से,दुखित नार का पात्र है॥ नन्हीं बाला तड़प रही है,बैठी क्यों तू मौन है,नहीं जानते उम्र है कितनी,बाला अपनी कौन है।नारी के जीवन में होती,अस्मत ही बस मात्र है,मातु भवानी अब तो आओ,आया फिर नवरात्र है…॥ नहीं स्वतंत्र हूँ आज … Read more