शुभ कल्याण लिखें

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* श्रेष्ठ सृजन कर जीवन पथ पर,सुंदर शुभ कल्याण लिखें।दीन-दुखी जन जो सम्मुख हो,प्रतिक्षण अनुपम त्राण लिखें॥ नारी के सम्मान की रक्षा,मनुज हृदय समाया हो,समभावों के अनुपालन से,बेटी हृदय हर्षाया हो।कुटिल दृष्टि का नाश सदा हो,श्रेष्ठ देश निर्माण लिखें,श्रेष्ठ सृजन कर जीवन पथ पर,सुंदर शुभ कल्याण लिखें॥ समता से पाटें मिलजुल कर,जात-पात … Read more

स्वार्थ से विरत होकर ही सुखमय जीवन की कल्पना संभव

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************** आज के भौतिकवादी जिजीविषा के दलदल में फंसी भागम-भाग की जिंदगी में एक यह यक्ष प्रश्न बनकर खड़ा है कि ‘पारिवारिक जीवन कैसे सुखमय हो ?’परिवार का अर्थ वह गोवर्धन पर्वत सम छत्र है जिसमें सभी परस्पर प्रेम,सौहार्द,सहयोग,सुख-दुःख के साथी,सहानुभूति,सहनशीलता,और संवेदनशील और एक-दूसरे की चहुँमुखी प्रगति,विकास,उत्थान और अनवरत संघर्ष … Read more

अनकही दास्तान

मंजू भारद्वाजहैदराबाद(तेलंगाना)******************************************* फलक पर सज रहा कहीं कोई साज है,कुदरत के साए में दफन उसके कई राज हैं। खामोश पर्वत भी अक्सर गुनगुनाता है,अनजाने-अनसुलझे रहस्यों से पर्दा उठाता है। कहता है अक्सर सुनो ऐ धरती-ऐ आसमान,अनकही गुत्थियों में उलझा है तेरा जहान, जीना हो तो पत्थर बनकर जियो,फूलों की कोई जिंदगी होती नहीं। आंधी-तूफान हो … Read more

समन्दर की तरंगें

डाॅ. पूनम अरोराऊधम सिंह नगर(उत्तराखण्ड)************************************* शुभ्र जल-बिन्दु,मानो तारों की लड़ीसमन्दर की प्यास बुझाने,लगा दी बिन्दुओं ने झड़ी। रूई के बादलों-सा दृश्यमान,स्वच्छ स्फटिक-सा जलगौरवर्ण सुन्दरियों का मानो,भिगोता तन और मन। उज्ज्वल मणियों से जड़ित,समन्दर की प्रत्येक तरंग।मधुर नाद से निनादित,मानो शहनाई और मृदंग॥ परिचय–उत्तराखण्ड के जिले ऊधम सिंह नगर में डॉ. पूनम अरोरा स्थाई रुप से … Read more

रुत सुहानी आ गयी

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** रचनाशिल्प:क़ाफ़िया-आनी/ रदीफ- आ गयी बहर २१२२,२१२२,२१२२,२१२ भाप दरिया से उठी अरु बन के पानी आ गयी,बूँद बारिश की धरा पे बन के रानी आ गयी। लहलहाये खेत पोखर ताल सारे भर गये,सूखते तरु पल्लवों पर‌ फिर जवानी आ गयी। मन उमंगों से भरा मौसम सुहाना देख कर,मास सावन में छमक कर … Read more

मेरा भारत महान

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* नभ, थल,जल,शत्रु अब हर जगह तुझे ललकार है,अंतरिक्ष में भी मार करने को मिसाइल अब तैयार है।कारगिल युद्ध विजय के बाद भारत बन गया महाशक्ति-अब करना हमको शत्रु का,हर वार बेकार है॥ सक्षम,अद्भुत,अजेय,अखंड भारत महान चाहिये,विश्व पटल पर गूँजता अब अपने राष्ट्र का नाम चाहिये।यश सुकीर्ति की पताका लहराये चँहुओर इसकी-कारगिल युद्ध … Read more

माॅ॑ भारती

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* जाग उठो भारत के वीरों,माॅ॑ भारती ने दी है पुकार,बुला रही हैं भारत माता,होकर आईं शेर सवार। आज्ञा दो हे माता,सब भारतीय आपके हैं चौकीदार,सेवा में सदा तत्पर रहेंगे,सभी बने रहेंगे पहरेदार। भारतीय हम सब,भारत माॅ॑ है,भारतीयता का नारा है,तंत्र स्वदेशी मंत्र स्वदेशी भाव जगाना,धर्म हमारा है। हम भारतवासियों से जो … Read more

झूला

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ************************************ आया सावन झूम के,भीगे तन-मन आज।झूला झूले पेड़ पर,कर के नारी साज॥ बिजली चमके जोर से,घिरे घटा घनघोर।पँख फैला कर नाचते,वन में सारे मोर॥ रिमझिम-रिमझिम बारिशें,करती है संगीत।सजनी झूला झूलती,होती है यह रीत॥ गिरे मूसलाधार जब,लगे हाल बेहाल।झूले सखियाँ मिल सभी,बाँधे पेड़ों डाल॥ भीगे मौसम है यहाँ,भीगे से बरसात।साजन … Read more

उनकी बात करो…

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************* अपनी ग़ज़ल में कभी रोटी से मुलाकात करो,पेट जिनके सिले हुए हैं उनकी बात करो। हसीन जुल्फ़ों का हर रोज जिक्र होता है,धूल से उलझी लटें जिनकी उनकी बात करो। संगमरमर से तराशे जिस्म की चर्चा है बहुत,जो मुफ़लिसी में हुए जर्जर उनकी बात करो। सभी करते हैं आलीशान ताजमहल … Read more

कथा-मणि साहित्य-शिरोमणि

विजय मेहंदीजौनपुर(उत्तरप्रदेश)**************************************** जननी माँ आनन्दी जी,जनक अजायब के घर-परिवार। ईस्वी अठारह सौ अस्सी में,इक्कतीस जुलाई रहा तिथि वार। जिला बनारस शिव की नगरी,लमही गाँव के एक वृहद परिवार। युग प्रसिद्ध अद्वितीय कलमकार,मुंशी प्रेमचंद लिए थे अवतार। धनपत राय नाम था पहला उनका,मुंशी प्रेमचंद हुआ दूसरी बार। मैट्रिक पास हुए ही थे वे,तब तक मिला शिक्षक … Read more