भरती खुशियाँ आजीवन

डॉ.सरला सिंह`स्निग्धा`दिल्ली************************************** जीवन जटिल बना निशिवासर,जूझ रहा यह कोमल जीवन।तिनका-तिनका जोड़-जोड़ वह,भरती खुशियाँ वह आजीवन। कंटक पथ पर रहती अग्रसर,जीवन में लाती हरियाली।सहती कष्ट होंठ मुस्काते,हँस-हँस झेले बदहाली।मन कपाट को…

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सम्मान की रक्षा करना प्रदाता का दायित्व

विचार गोष्ठी...... मंडला (मप्र)। तालाबंदी ने 'आवश्यकता आविष्कार की जननी है' की मान्यतानुसार ऑनलाइन प्रतियोगिताओं को जन्म दिया,और चल निकली प्रतिभागियों को अंकीय (डिजिटल) सम्मान-पत्र देने की परम्परा। सम्मान सदैव…

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भूख तो कल भी रहेगी…

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** भूख कल थी,भूख है अबभूख तो कल भी रहेगी…Iकैसा वह दिन,अजब होगा सोचिए…भूख न जिस दिन रहेगी…।मोह,लिप्सा व क्षुधा,काम,प्रेम,आसक्ति केकितने ही अवतरण लेकर…।भूख ही पलती रहीघृणा,ईर्ष्या,द्वेष…

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काल के महा महेश

देवश्री गोयलजगदलपुर-बस्तर(छग)********************************************** आदि में अनंत में…दिग औ दिगन्त में,नाद में निनाद में…सृष्टि के आल्हाद में।ओंकार में निरंकार में…शक्ति में साकार में,योग में वियोग में…जोग में संजोग में।प्रलयंकारी आशुतोष हैं…काल के…

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घर मेरे तू आई है

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************ जब से घर मेरे तू आई है,आँखों में तू ही समाई है। कौन कहता अकेला हूँ मैं,तुमसे ही मिली खुदाई है। दिल की इस धड़कन में,तू ही…

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प्रार्थना

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ रचना शिल्प:मापनी २१२२ २१२२ २१२ वंदना माँ भारती की कर सकूँ।वीर भारत को नमन मैं कर सकूँ।यह सदा विजयी हमारा देश हो।प्रार्थना कर कोटि शुभ परिवेश…

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जिन्दगी पल रही

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************** चल रहे वक्त के साथ धरती गगन,सृष्टि की बन धुरी जिन्दगी पल रही।चाल कायम रहे कुदरती देन की,कह सकें सब यहाँ जिन्दगी चल रही॥चल…

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जग पर उपकार

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************** नारी आपकी महत्ता को,जग करे नमस्कार,आप जननी जग की,जग पर किया उपकार।नारी आपकी महत्ता को… नारी को समझें नहीं,अबला या लाचार,शीश उठाये वह खड़ी,मांग रही अधिकार।समाज…

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ममता बनर्जी का दुःख और सत्ता

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)**************************************** मुद्दा-पश्चिम बंगाल......... आजकल केन्द्र की सत्ताधारी पार्टी,चूँकि प्रबल बहुमत में होने और उगता सूरज होने से उसका आकर्षण होना स्वाभाविक हो रहा है। दल का लक्ष्य है पूरे…

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दीवानगी

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश)**************************** दीवानगी में हाय ये क्या कर चुके हैं हम।ख़ुद अपने दिल से आप दग़ा कर चुके हम। शर्तें लगा-लगा के रक़ीबों से आप के,करनी न थी…

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