वरिष्ठ कहानीकार प्रभु जोशी का निधन

इंदौर (मप्र)। वरिष्ठ कहानीकार व चित्रकार प्रभु जोशी का मंगलवार को निधन हो गया। आपने संपादकीय तथा रूपक पृष्ठों का वर्षों तक संपादन किया,तो पत्र-पत्रिकाओं में हिंदी-अंग्रेजी में कहानियों-लेखों का प्रकाशन भी हुआ। मप्र साहित्य परिषद से कथा-कहानी के लिए अखिल भारतीय सम्मान प्राप्त श्री जोशी को कोरोना ने संक्रमित किया था। दूरदर्शन इंदौर में … Read more

विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा में सुखमिला अग्रवाल ‘भूमिजा’ व सुरेंद्र सिंह राजपूत ‘हमसफर’ बने विजेता

इंदौर(मप्र)। अच्छे सृजन एवं मातृभाषा हिंदी को सम्मान देने की कड़ी में हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार ने ‘विश्व पुस्तक दिवस’ विषय पर स्पर्धा आयोजित की। इस महती विषय पर सुंदर सृजन करके पद्य वर्ग में सुखमिला अग्रवाल ‘भूमिजा’ एवं सुरेंद्र सिंह राजपूत ने ‘हमसफर’ ने गद्य वर्ग में पहला विजेता बनने का सुयश पाया है।यह … Read more

श्रमसीकर ही नींव

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ************************************** श्रमसीकर नित पूज्य हों,पायें अति सम्मान।श्रम से ही धनधान्य है,श्रम से ही उत्थान॥ श्रम से ही ऊँचे भवन,श्रम से ही है कोष।श्रमजीवी भूखा अगर,बोलो किसका दोष॥ श्रम से सारे खेत हैं,श्रम से ही उद्योग।श्रम से ही आता सदा,उच्च अर्थ का योग॥ श्रम से ही हैंं पटरियाँ,सड़कें,नहरें,यान।रेलें,कारें और ट्रक,राष्ट्रप्रगति का मान॥ … Read more

इस्तीफा

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ ‘राखी’ प्रतिष्ठित एन.जी.ओ. में काम करने वाली सुंदर,होशियार व एक सुलझे हुए विचारों की युवती थी। अपना काम और घर व प्यारी-सी दो बेटियों को बहुत ही अच्छे ढंग से संभालती। आर्थिक तंगी के चलते वह अपने पति की मदद करना चाहती थी।बहुत दिनों से एक बात उसको खाए जा रही … Read more

‘कोरोना’ की कूटनीति

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* भारत में फैले ‘कोरोना’ की प्रतिध्वनि सारी दुनिया में सुनाई पड़ रही है। अमेरिका से लेकर सिंगापुर तक के देश चिंतित दिखाई पड़ रहे हैं। जो अमेरिका कल-परसों तक भारत को टीका या उसका कच्चा माल देने को बिल्कुल भी तैयार नहीं था,आज उसका रवैया थोड़ा नरम पड़ा है। अमेरिका के कई … Read more

मैं मजदूर…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’ उदयपुर (राजस्थान)****************************************** मैं मजदूर-रोटी की तलाश में,घर से दूर। सुबह शाम-बहाता स्वेदकण,नहीं विश्राम। दिल है बड़ा-अंधेरी झोपड़ी से,महल खड़ा। कैसी लाचारी-फुटपाथी जीवन,व्यथा है भारी। सब हैं मौन-सिर्फ़ चुनावी वादे,पूछता कौन। परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी जन्म तिथि ५ मई १९६९ और जन्म स्थान-ऋषभदेव है। वर्तमान पता उदयपुर स्थित … Read more

उम्मीदों का साथ न छोड़ो

तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ******************************************* आज निराशा ने है घेरा,कल रस्ता मिल जाएगाईश्वर से तुम नाता जोड़ो,उम्मीदों का साथ न छोड़ो…। संकीर्णता के जाल से निकलो,खुला आसमाँ बुला रहा हैअपनी हद की सीमा तोड़ो,उम्मीदों का साथ न छोड़ो…। कब आएगी जीवन में बहारें ?ख़ुशियों की न राह तकोहर पल ख़ुशी को निचोड़ो,उम्मीदों का साथ न छोड़ो…। क़िस्मत … Read more

भारतीय भाषाओं के भीष्म प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी का प्रयाण…

दिल्ली। भारतीय भाषाओं के भीष्म प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी का प्रयाण हो गया। उनके निधन से हिंदी भाषा विज्ञान तथा अनुवाद जगत की अपूरणीय क्षति हुई है। ‘कोरोना’ ने संभवत एक और भाषा ज्ञानी को सबसे छीन लिया।जुलाई १९४२ में जन्में कृष्ण कुमार कीशिक्षा-एम.ए.,एम. लिट.(भाषा विज्ञान) और पी-एच.डी. रही। आपकी विशेषज्ञता-भाषा विज्ञान,अनुवाद,कोशविज्ञान,शैली विज्ञान,समाजभाषा विज्ञान,भाषा प्रोद्यौगिकी,प्रयोजनमूलक … Read more

जलते मुझे अंगार मिले

सुदामा दुबे सीहोर(मध्यप्रदेश) ******************************************* चंदन मैंने चूमना चाहा लिपटे व्याल हजार मिले,अम्बर मैंने छूना चाहा जलते मुझे अंगार मिले। कुदरत की मैंने देखी है रीत निराली-सी भाई,फूलों को सहलाना चाहा कंटक मुझे प्रहार मिले। बंजारे-सा घूमा करता मैं तो सारी दुनिया में,घर में जब रहना चाहा शक करते मुझे दीवार मिले। रिंदों की बस्ती से अक्सर … Read more

अब हर लो सारे पापों को

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* यह कैसा कोरोना आया,ले जा रहा इक साथ में,करता है भयभीत सभी को,कुछ न रह जाता हाथ में। मिलना अभी गुनाह हो गया,हाथ मिलाया नहीं गया,कैसा ये मौसम आया है,अब अपना कैद हो गया। अंतिम इच्छा नहीं पूछते,चाहे मिलने की ही हो,दिल पर पत्थर रख लेते हैं,चाहे चाह इक रही हो। यहाँ … Read more