पर्यावरण संरक्षण
अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) ***************************************************** कल-कल करते,झरते-झरने,कितना मन को भाते हैं।कलरव करते नभ में पक्षी,सुन्दर तान सुनाते हैं॥ कितनी धरा मनोरम लगती,इंद्रधनुष के बनने से,मिट्टी की खुशबू प्रिय लगती,रिमझिम बूँदें गिरने से॥…