बिना रोशनी अंधकार

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* रोशनी से जिन्दगी... सादर नमन है आपको हे शुभ शुभम हे ज्योति,आपके शुभ ज्योति, रोशनी से जिन्दगी है मिलती। विवश रहता है मानव, रोशनी जब तक…

0 Comments

पत्रिका हेतु ३० नवंबर तक रचनाएँ आमंत्रित

कोलंबो (श्रीलंका)। स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र (भारतीय उच्चायोग, कोलंबो ) अपनी वार्षिक हिंदी पत्रिका 'श्रीलंका हिंदी समाचार' के सातवें संस्करण (ई) के प्रकाशन की योजना बना रहा है। इसके लिए…

0 Comments

अपनी वाणी बोलें

डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** अपना पर्व, अपनी बात, हम अपनी वाणी बोलें,आ गई दीवाली अब तो, दिल से बात बोलेंआओ मन की गांठ खोलें, वाणी में रस घोलें,जलाकर प्रेम का…

0 Comments

बुद्ध सार कहता है

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* बुद्ध सार कहता है सुन लो, कण-कण में शुभ ज्ञान है।क्यों पूजें हम पत्थर मूरत, पुण्य कर्म ही दान है॥ हमें जरूरत पंचतत्व की, यह जीवन…

0 Comments

सजा लो हर खुशी

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ********************************************* रोशनी से जिंदगी... चहल, पहल, सफल, सकल,सजल, इत्यादि। रदीफ-दिल से दिवाली की सजें खुशियाँ, सजे हर एक पल दिल से।दिवाली की बधाई दे रहा…

0 Comments

आज अवध में…

दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** आज अवध में नई सुबह है,खत्म हुआ संघर्ष वो साराराम की महिमा राम ही जाने,राम का है, संसार ये प्यारा। राम-नाम सब धर्म से…

0 Comments

गिरिधारी, कलियुग में आ जाओ

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* हे! गिरिधारी नंदलाल, तुम कलियुग में आ जाओ।जीवन देखो दर्द सना है, पीड़ा सकल हटाओ॥ जीवन तो अभिशाप हो रहा,बढ़ता नित संताप है।अधरम का तो राज…

0 Comments

सुखद जीवन का आशीर्वाद दिव्यता की चादर

मुकेश कुमार मोदीबीकानेर (राजस्थान)**************************************** जन्म के पश्चात् हम अपने अभिभावकों से, घर के बड़े-बुजुर्गाें से, बाल्यकाल के मित्रों से, अड़ोस-पड़ोस के लोगों से उनके अनुसरण में गुण व अवगुण ग्रहण…

0 Comments

दीपावली:उपहार का आदान-प्रदान कितना उचित ?

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** रोशनी से जिंदगी.... हम इस त्यौहार पर अपने घर की रंगाई- पुताई करते हैं। इस बहाने घर से फालतू सामान भी निकल जाता है और घर में…

0 Comments

खुशियों के दीपक जले

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************************** रोशनी से जिंदगी.... खुशियों के दीपक जले, जग मग जगमग लोक।मिटे तिमिर अज्ञान का, रोग मोह मद शोक॥ खुशियों के दीपक जले, बाल अधर…

0 Comments