‘मित्र’ रत्न को संजोकर अवश्य रखें
डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)********************************************** मित्रता और जीवन... मानव एक सामाजिक प्राणी है और वह समाज से ही सीखता है। शिशु अवस्था में वह अपने माता-पिता, भाई-बहिनों के अलावा परिजनों से सीखता है…