‘मित्र’ रत्न को संजोकर अवश्य रखें

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)********************************************** मित्रता और जीवन... मानव एक सामाजिक प्राणी है और वह समाज से ही सीखता है। शिशु अवस्था में वह अपने माता-पिता, भाई-बहिनों के अलावा परिजनों से सीखता है…

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राष्ट्रीय संगोष्ठी:किया ३० से अधिक शोध-पत्रों का वाचन

इंदौर(मप्र)। इंदौर से ९५ वर्ष से निरंतर प्रकाशित मासिक राष्ट्रीय पत्रिका ‘वीणा’ और भारत सरकार के प्रतिष्ठान केंद्रीय हिंदी संस्थान (आगरा) के संयुक्त तत्वावधान में २ दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का…

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ममता सरकार की दुर्दशा

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* प. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार भयंकर दुर्गति को प्राप्त हो गई है। कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि, ममता बैनर्जी की सरकार इतने…

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मेरे दोस्त

संजय एम. वासनिकमुम्बई (महाराष्ट्र)************************************* मित्रता और जीवन....   तुम मिले किसी अनजान की तरह…,भटके राही को मंज़िल की तरह…और जिंदगी का हिस्सा बन गए…,क्या हुआ कि तुम कहीं गुम हो…

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मुश्किल वक्त का सहारा

डॉ.अशोकपटना(बिहार)*********************************** मित्रता और जीवन... मित्रता जीवन का सुन्दर उपहार है,संसार का तय सर्वोत्तम संस्कार है। दुःख का सहयोगी और एक परामर्शक,है जिंदगी का सबसे उज्जवल प्रर्दशक। मित्रता में बस एक…

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जीना सिखाती है दोस्ती

ललित गर्गदिल्ली************************************** मित्रता और जीवन.... मैत्री (मित्रता) दिवस के पीछे की भावना हर जगह एक ही है-मित्रता एवं दोस्ती का सम्मान। मैत्री का दर्शन बहुत विराट है, स्वस्थ निमित्तों की…

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बहुत प्यारा रिश्ता

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* मित्रता और जीवन.... कितना प्यारा रिश्ता होगा कृष्ण और राधा का,जग में अब वैसा नहीं, जैसा था कृष्ण-राधा का। पावन पुण्य धरा पर कृष्ण-राधा भेजे 'प्रेम'…

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फितूर न पाल

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** अगर ठहरो जरा सा तो बहारें आती है मिलने,उजाड़ा था खिजाँ देखो वही गुलशन लगा खिलने। बहाने लाख थमने के चले वो जिंदगी होती,रुका है वक्त कब…

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इंसान ही रहिए

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** मत उगलिए जहर, इंसान ही रहिए,प्रेम से महँगा कुछ नहीं, वही कहिए। मत भूलिए अपना कोई भी फर्ज़ संसार में,बदलिए भी, पर बस जमीर जिंदा रखिए। करो…

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साज़ है दोस्ती

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*********************************************** मित्रता और जीवन... विश्वास के धागों में बंधा,एक नाम है दोस्तीप्रेम और त्याग की,मिसाल है दोस्ती। भावों को समझने का,एहसास है दोस्तीजीवन में अभिव्यक्ति की,मिठास है दोस्ती।…

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