हिन्दी सिनेमा में नया दौर शुरू किया इरफ़ान खान ने
रोशन कौशिकलखनऊ (उप्र)**************************************** “ये शहर जितना हमें देता है, उससे अधिक छीन लेता है” और “मुहब्बत थी, इसलिए जाने दिया, ज़िद होती तो…” ये संवाद किसी और के नहीं, बल्कि आँखों से अदाकारी करने वाले अपने ख़ान साहब के हैं। यानी ज़नाब इरफ़ान ख़ान के।साल २०१६ की बात है। मैं दिल्ली जाने के लिए तैयार … Read more