महँगाई …!
राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** अरे कहाँ है महंगाई…? बंद करो महँगाई का रोना। हमारे जैसे बन जाओ ना। देखो ना हमारे मुख्यमंत्री ने घोषणा करी थी ‘जहाँ झुग्गी,वहीं मकान।’ हमारे साथियों ने झुग्गियाँ बनाई हुई थीं। हमारे पास चिट्ठी भेजी। “यहाँ आ जाओ। इस देस मा सरण बड़ी आसानी से … Read more