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म.प्र. लेखक संघ ने कराया आनलाइन कवि सम्मेलन

टीकमगढ़(मप्र)l 

साहित्यिक संस्था म.प्र. लेखक संघ की जिला इकाई टीकमगढ़ द्वारा गुरु पूर्णिमा पर मासिक २६१ वां आनलाइन कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। अध्यक्षता डाॅ. मीनू पाण्डेय (भोपाल) ने कीl इसमें रचनाकारों ने सुंदर रचनाएँ प्रस्तुत कीl सम्मेलन के मुख्य अतिथि डाॅ. रफीक नागौरीे(उज्जैन),विशिष्ट अतिथि अनिल श्रीवास्तव ‘अयान’ रहे। माँ सरस्वती की वंदना के पश्चात् वीरेन्द्र चंसौरिया ने गीत सुनाया-प्रेम गंगा में बहो,प्रेम सागर में रहो,ज़िन्दगी प्यारा सफर। ज्ञान सरिता में बहो,सुख के सागर में रहोll साहित्यकार डाॅ. मीनू मिश्रा पाण्डेय ने सुनाया-तुमको शोहरत का नशा मुझे गुमनामी का। यूँ ही गुबार चढ़ा है ये किस खुमानी का। तुम तो मदहोश हुए जाते हो खबरों में रहकर। हमको खुद से ही इश्क़ है जाफ़रानी सा। कवि डाॅ. नागौरी ने ग़ज़ल पढ़ी-ये जो आफ़त की बारिश हो रही है। हमारी आजमाईश हो रही है। रफीक उसको पड़ा है काम हमसे, तभी तो ये नवाज़िश हो रही हैl' कवि विंद्रावन राय ‘सरल’ सहित गीतकार विवेक बरसैंया,सियाराम अहिरवार, उमाशंकर मिश्र,अनवार खान ‘साहिल’, अशोक पटारिया,गीतिका वेदिका, विजय मेहरा आदि भी सम्मेलन में शामिल हुए। संघ के जिलाध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी' ने दोहे पढ़े-गुरु सदा ही बाँटता,निज सुगंध ज्यों फूल। उनके ही सद्ज्ञान से,मिट जाते जग-शूलll’ संचालन राजीव नामदेव ने किया,एवं आभार माना।

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