कुल पृष्ठ दर्शन : 290

जय श्री कृष्ण

बोधन राम निषाद ‘राज’ 
कबीरधाम (छत्तीसगढ़)
*********************************************************

कृष्ण जन्म उत्सव हुआ,पलने में गोपाल।
नंद-यशोदा रोहिणी,प्रमुदित मालामालll

गोद कन्हाई मातु की,बैठे जब मुख खोल।
मातु चकित यह देखकर,भू मंडल को गोलll

ब्रज आँगन में खेलते,प्रमुदित दोनों भ्रात।
श्याम और बलराम को,निरख रही है मातll

घुटनों चलते धूल पर,बालरूप भगवान।
छवि न्यारी मुख चन्द्रमा,हर्षित कृपानिधानll

विनती करती राधिका,निसदिन सुबहो शाम।
आस दरश की है मुझे,अब तो आओ श्यामll

तुम बिन मेरे साँवरे,मन को मिले न चैन।
आँखें भी पथरा गई,निकले आह न बैनll

Leave a Reply