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कभी तो मुझे मिलेगा मान…

आरती जैन
डूंगरपुर (राजस्थान)
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थोड़ा मान मिल जाए हमें राधा
नहीं रुक्मणी होना भी मंजूर है,
वक्त के साथ अपना वजूद दिया
फिर भी आँसू बहना बना दस्तूर है।
आँसू के संग होती है हर रोज
मेरे टूटे दिल की हर बात,
कभी तो मुझे मिलेगा मान
यह आशा संग होती है हर रात।
कोई नहीं कहता कितना मैं
किसके लिए करती हूँ,
आँसू संग अपने मन में
उम्मीद की किरण भरती हूँ।
क्यूँ बसता है इन रिश्तों में
इतना दर्द भरा भेदभाव,
मैंने तो ईमानदारी से खेला
है अपना हर प्यार का दाँव।
मेरी कविता तुझे बता रही
मेरी आँखें आज भी बरसती हैं।
थोडे़ से मान के लिए दिन,
और रात तरसती हैं॥

परिचय : श्रीमती आरती जैन की जन्म तारीख २४ नवम्बर १९९० तथा जन्म स्थली उदयपुर (राजस्थान) हैl आपका निवास स्थान डूंगरपुर (राजस्थान) में हैl आरती जैन ने एम.ए. सहित बी.एड. की शिक्षा भी ली हैl आपकी दृष्टि में लेखन का उद्देश्य सामाजिक बुराई को दूर करना हैl आपको लेखन के लिए हाल ही में सम्मान प्राप्त हुआ हैl अंग्रेजी में लेखन करने वाली आरती जैन की रचनाएं कई दैनिक पत्र-पत्रिकाओं में लगातार छप रही हैंl आप ब्लॉग पर भी लिखती हैंl

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