आज़ादी के परवानों का सम्मान करो…

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** युग बदल गया और फ़िर चरखे का चक्र चला,फ़िर काला शासन ढकने चला श्वेत खादी।खूंखार शासकों की खूनी तलवारों से,बापू ने हँस कर मांगी अपनी आजादी।जो चरण चल पड़े आजादी की राहों पर,वो रुके न क्षणभर,धूप,धुआं,अंगारों सेउठ गया तिरंगा एक बार जिसके कर में,वो झुका न तिल भर गोली की बौछारों से।इसीलिए … Read more

महादेव

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** भोले तूने तो सारी दुनिया तारी है,कभी मेरे सर पे भी धर के हाथ,कह दे-चल बेटा आज तेरी बारी है।किसी ने मुझसे कहा इतने खूबसूरत नहीं हो,मैंने कहा महाकाल के भक्त खूंखार ही अच्छे लगते हैं।कोई दौलत का दीवाना,कोई शोहरत का दीवानाशीशे सा दिल हैं मेरा,में तो सिर्फ महाकाल का दीवाना।हर हर … Read more

केदारनाथ-एक सफर खास

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** एक सफर खास हो,जिगरी यार साथ होहाथ में चाय का गिलास हो,और सामने केदारनाथ हो।केदारनाथ तक का सफर हो,और साथ में तुम हमसफर होतारों से भी चाँदनी रात हो,तुम साथ बैठो और सामने केदारनाथ हो।स्वर्ग कहूँ या केदारनाथ,बात तो एक ही हैमैं इश्क़ लिखूं तो,तुम केदारनाथ समझ लेना।बीमार जिंदगी दवा मांग रही … Read more

हर रात के बाद सवेरा

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** जैसे हर चमकते तारे तले काली रातों का साया होता है,जैसे हर जलते दीपक तले अंधेरा होता हैठीक उसी तरह हर रात के बाद सवेरा होता है।जैसे किसी मनुष्य के मन हार का डर होता है,जैसे किसी प्राणी को अपना शिकार खोने का डर होता हैठीक उसी तरह हर रात के बाद … Read more

हाय मेरा इश्क़!

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** “वो तेरी तरह मुझे छोड़ कर कभी नहीं जाती!”“इसलिए हमेशा के लिए तुम्हें छोड़कर चली गई!”“उसकी कोई मज़बूरी रही होगी…।”“अक्लमंद निकली,किसी अमीर आदमी की बीवी बन कर ऐश कर रही होगी!”एक तीर-सी चुभती बात निकली और…तड़ाक!जब भी उसे छोड़कर जाती,सिद्धार्थ ताने देता और फिर यही होता। जैसे ही सिद्धार्थ का पीना शुरू … Read more

प्यार-मुहब्बत सब बेकार

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** ‘इश्क’ अगर किसी को हो जाए तो,तो वह पागल कहलाता हैअगर न हो तो,वह बेचारा लाचार कहलाता है।मेरी नज़र में तो बेकार हैयह सब प्यार-मुहब्बतठुकरा दे अगर कोई तुम्हें,खुद की जान ले लेते हो।और अगर कोई कबूल कर ले,तो उसके लिए जान दे देते होउसी प्यार के लिए,ठुकरा देते हो अपनी माँ … Read more

हिंदी नहीं तुम्हारे माथे की बिंदी

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस स्पर्धा विशेष…. भारत में बहुत है बोली,उर्दू,फ़ारसी,ब्रज,मराठीपर फिर भी राष्ट्रभाषा है हमारी हिंदी।दिल से दिल और हाथ से हाथ मिलाओ,और बस यही कहते जाओजय हिंद,जय हिंदी॥ करोड़ों को जिसने आज जोड़े रखा,वो है हमारी हिंदी कथाइसलिए हमारी मातृभाषा है हिंदी।हिंदी को मत समझो इतनी सरल,बस याद रखो तुम यह … Read more

एहसास नहीं है तुम्हें

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** एहसास नहीं है तुम्हें,कि पल-पल कितनी मेहनत करनी पड़ती है हमेंफिर भी तुम तो रहो बड़ी-बड़ी कोठियों में,और हम रहें झोपड़ियों में। एहसास नहीं है तुम्हें,कि दर्द कितना होता है हमेंजब तुम्हारे बच्चे अन्न का अपमान करें,और हमारे बच्चे भूखे मरें। एहसास नहीं है तुम्हें,कि कितना रोना पड़ता है हमें।जब हमारे पास … Read more

क्यों मेरा दिल तोड़ दिया

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** साथ रहने का वादातो तूने दिया,पर उसे छोड़कर आधा…क्यों तूने मेरा दिल तोड़ दिया। मुसीबत में साथ देने की आशा,दिलाकर फिर मेरा दिल जोड़ दियापर उसे भी भूलते हुए,देकर मुझे निराशा,क्यों तूने मेरा दिल तोड़ दिया। तूने आख़िर मुझे मेरा कद,समझा ही दियामैं भी समझ ही गया।बस तू मुझे इतना बता,क्यों तूने … Read more