आज़ादी के परवानों का सम्मान करो…
क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** युग बदल गया और फ़िर चरखे का चक्र चला,फ़िर काला शासन ढकने चला श्वेत खादी।खूंखार शासकों की खूनी तलवारों से,बापू ने हँस कर मांगी अपनी आजादी।जो चरण चल पड़े आजादी की राहों पर,वो रुके न क्षणभर,धूप,धुआं,अंगारों सेउठ गया तिरंगा एक बार जिसके कर में,वो झुका न तिल भर गोली की बौछारों से।इसीलिए … Read more