हिन्दी भाषा चमकती रहे

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** हिन्दी भाषा जगत में चमकती रहे,हिन्द की गूंज दुनिया में होती रहे।कितनी भाषा रची एक हिन्दी ने ही,गर्व हम हिंदुस्तानी ये क्यूं ना करें।हिन्दी भाषा… ऋषियों-मुनियों ने हिन्दी में ही जप किए,दे गए वर विधाता सभी के इसे।मान हिंदी का जग से कभी न मिटे,हो सम्मानित वही जो इसे … Read more

जमीं पर जिन्दगी

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** (रचना शिल्प:रदीफ-मिले,काफिया-पर, आकर,जाकर इत्यादि; २१२ २१२ २१२) जिन्दगी तू अगर चाह ले,तो न क्या फिर जमीं में मिले।बस खुदी रख मुकम्मल यहां,फिर सभी कुछ यहीं पर मिले। हैंं खुदा जग मेंं सबसे बड़े,जिन्दगी की खुदी भी बड़ी,दिखते वो ना कभी भी यहां,पर खुदी से खुद आकर मिले। हैं बहुत … Read more

जीवन के सवाल

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** तुम ही साँसें तुम ही धड़कन,जीवन की भगवन…,जीवन की भगवन।कण-कण में रहते हो फिर भी,दिखते ना भगवन…दिखते ना भगवन। हम सब जीते जीवन जब तक साँस और धड़कन,पर ये भी तुम जैसी,दिखतीं न साँस और धड़कन।हमको भी तो गिनती इनकी बतला दो भगवन,बतला दो भगवन।तूम ही साँसें… जीवन की … Read more

दीपों का त्योहार मना लें

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष….. दीपों का त्योहार मना लें,मिल-जुल के सब दीप जला लें।देवी लक्ष्मी माता सुखों की,दे आशीष वो श्रद्धा जगा लेंlदीपों का त्योहार…ll धनतेरस और दीवाली में,जीवन के अंधियारे मिटते।सीताराम अयोध्या लौटे,मानवता को विजय दिला के।कोई दीन-दुखी ना छूटे,हर मन खुश हो दीवाली में।दीपों का त्योहार मना … Read more

गगन का चाँद

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** शरद पूर्णिमा स्पर्धा विशेष….. करे गगन का चाँद भी,सभी को अमृत दान।शीतलता दे चंद्रमा,करे सभी रस पानll शरद पूर्णिमा में करें,राधा-कृष्णा रास।शरद पूर्णिमा में तभी,करें सभी विश्वासll रहे गगन का चाँद भी,आज धरा के पास।दूर गगन में चाँद से,बुझती सबकी प्यासll कहते हैं कोजागरी,इसे यहाँ कुछ लोग।श्वेत धवल सुन्दर … Read more

सम्मान का मान

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** शक्ति भक्ति में मान ले,मन से कर ले भक्ति।नवरात्रों के पर्व हैं,माँ दुर्गा दे शक्ति॥ माता में हर शक्ति है,करे दीन का मान।शक्ति बने माँ भक्त की,बने दीन का दान॥ नवरात्रों में लोग जो,करते हैं उपवास।रखती माँ हर भक्त में,खुद आकर के वास॥ बलशाली का बल बढ़े,बढ़े दीन का … Read more

बेटी बनकर जो जन्मी थी…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** बेटी बनकर जो जन्मी थी,वो ही कल माँ बन जाएगी।जीवन को जग में लाने के,दस्तूर वही तो निभाएगी।बेटी बनकर जो जन्मी थी… ओ जग वालों कुछ तो समझो कितने दु:ख सहती है नारी,नव-जीवन को नौ माह उदर में अपने रखती है नारी।ना कोई आस कभी वो करे,सन्तान के सारे … Read more

हिन्दुस्तान की शान

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** हिंदी दिवस विशेष….. ‘हिन्दी भाषा’ जग का नूर,इसमें हैं सारे दस्तूर,हिन्दुस्तां की शान है।सबका करती है सम्मान,सबको ये देती है मान,देश की पहचान है॥हिन्दुस्तां की शान है,देश की पहचान है,‘हिन्दी भाषा’… जन,गण,मन,अधिनायक गूंजे दुनिया में सारी ये राष्ट्र गान है,भारत का ध्वज तिरंगा,केसरिया,श्वेत और हरा,जो सबकी जान है।ये राष्ट्र … Read more

ज्ञान दाता

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. माँ सरस्वती ज्ञान की देवी हैं,पहली वंदना उनकी हो।वो हर इक शिक्षा की जननी,शत्-शत् प्रणाम उनको दो। पहले शिक्षक हैं माता-पिता,वे ही तो हमारे ‘ज्ञान दाता।’उनको बारम्बार नमन मेरा,उनसे ही बना जीवन मेरा। डॉ. कृष्णन जी को याद करूँ,ये आज का दिन है देन उनकी।सब शिक्षक … Read more

मानव हृदय की स्वार्थ की सोच दु:ख का कारण

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** सृष्टि के निर्माणकर्ता हमारे देवता ब्रह्मा, विष्णु,महेश ने सृष्टि बनाने से पहले, इसके सुचारु रुप से संचालन के विषय में सोचा। इसी आशय से देवताओं ने बहुत से तत्व ऐसे बनाए जिन्हें सृष्टि का प्राणी महसूस तो करता है,परन्तु देख नही सकता। जैसे हवा,किरण, खुशबू,वक्त इत्यादि। ऐसे तत्व जीवन … Read more