वो है सबका पालनहार
संजय गुप्ता ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************** वो ही है जगत रचियारा,वो है सबका तारणहार,उससे ही आस लगी है,वो है सबका पालनहार। जो कुछ अपना समझा था सभी तो हुआ पराया,दु:ख-दर्द से ही रहा नाता नहीं है सुख की छाया।मोह-माया में भटक लिया,अब विरक्त संसार,उससे ही प्रीत लगी है,वो है सबका पालनहार…॥ सोचता हूँ क्या मिला मुझको यह … Read more