आराध्य ने ही बचाया

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** ईश्वर और मेरी आस्था स्पर्धा विशेष….. जब मैं छोटा ही था,तब मेरी माताश्री ने सबसे पहले प्रभु श्री गणेशजी का पूजन करा ईश्वर के प्रति आस्था के बारे में समझाया ही नहीं,बल्कि ‘जय गणेश जय गणेश…’ वाली पंक्तियां याद करवा दीं। उसके बाद उन्होंने मुझे हनुमान चालीसा याद करवाया। इस प्रकार … Read more

खेल भावना के आगे सब कुछ गौंण

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** २३ वर्षीय खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलिम्पिक में भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का एथलेटिक्स में ओलिम्पिक पदक जीतने का पिछले १०० साल से भी अधिक का इंतजार समाप्त कर दिया। इस जीत से नीरज चोपड़ा ने न केवल इतिहास रचा,बल्कि हमारे राष्ट्र को भी गौरवान्वित किया … Read more

दुनिया को असली भारत की पहचान कराई विवेकानन्द जी ने

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** माता काली जी के अनन्य उपासक,सन्त श्री रामकृष्ण परमहंसजी के प्रिय शिष्य,स्वामी विवेकानन्द जी को शत-शत नमन। सभी जानते हैं कि,स्वामीजी ने साधु बनकर दुनिया को असली भारत,यहां की संस्कृति और सभ्यता की पहचान कराई थी। कॉन्वेंट में पढ़े स्वामी जी ने अपनी जिज्ञासा के चलते ईश्‍वर को समझने व सनातन … Read more

अनंत ज्ञान के धनी थे आदि शंकराचार्यजी

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** केरल के मालाबार में कालड़ी नामक स्थान पर साधारण ब्राह्मण परिवार मेंं वैशाख माह की शुक्ल पंचमी के दिन जन्मे अद्वैत वेदांत के प्रणेता आदि गुरु शंकराचार्य जी संस्कृत के उद्भट प्रस्तोता, उपनिषदों की व्याख्या करने वाले,महान दार्शनिक व सनातन धर्म के सुधारक थे। बहुत मुश्किल से उनको अपनी माताजी से … Read more

विश्व की महान संस्कृति का ध्वजवाहक हिन्‍दू नववर्ष

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** नव वर्ष विशेष…………….. सभी जानते हैं वैदिक धर्म संसार का एकमात्र सबसे पुराना धर्म है,जिसका साक्ष्य है ‘वेद’। वेद दुनिया की प्रथम पुस्तक ही नहीं,बल्कि यह मानव सभ्यता का सबसे पुराना लिखित प्रथम दस्तावेज है। चैत्र मास सनातन वैदिक धर्म के संवत्सर का प्रथम मास है और इसका आरम्भ कृष्ण पक्ष … Read more

जल है तो कल है

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** ज से जल जीवन स्पर्धा विशेष… शरीर हो या प्रकृति सभी पांच तत्व से बने हैं और वे हैं-जल,वायु,पृथ्वी,अग्नि और आकाश। इन पाँचों में संतुलन बना रहना अति आवश्यक है,तभी हम पर्यावरण को सब तरह से अपने अनुकूल पाएंगे, लेकिन आजकल भिन्न-भिन्न कारणों से इसकी मात्रा में असंतुलन भी होता है … Read more

जरा-सी भी लापरवाही घातक

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** ‘कोरोना’ संक्रमितों की संख्या में जिस तरह वापस बढ़ोतरी आ रही है,वह सभी के लिए चिन्ता का विषय है। इस बढ़ती संख्या को रोकने के लिए कुछ राज्य सरकारों ने अनेक जगह में रात का कर्फ्यू लगाया है,वहीं कुछ नगरों में वापस ‘तालाबंदी’ तक की है। अब तो प्रभावित प्रदेश से … Read more

अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस और हमारी मातृभाषा हिन्दी

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस स्पर्धा विशेष…. सभी जानते हैं कि यूनेस्को ने विभिन्न मातृभाषाओं के प्रति जागरुकता लाने या यूँ कहिए कि अपनी अपनी भाषा-संस्कृति के प्रति लोगों में रुझान पैदा करने के उद्देश्य से पूरे विश्व में २१ फरवरी को ‘अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस’ मनाए जाने की शुरुआत वर्ष २००० से की … Read more

अनेक नाम और एकता का पर्व ‘मकर संक्रांति’

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** मकर सक्रांति स्पर्द्धा विशेष…. अधिकतर लोग जानते ही होंगे कि १४ जनवरी को मनाया जाने वाला मकर संक्रांति पर्व कभी-कभी एक दिन पहले या बाद में भी मनाया जाता है। यह एक ऐसा त्योहार है जो भारत के विभिन्न प्रान्तों में,विभिन्न रूपों में मनाया जाता है। यानि किसी भी अन्य पर्व … Read more

नववर्ष:अपेक्षाएं रखें,पर उत्तरदायित्व भी निभाएं

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** सभी जानते हैं कि,पूरे विश्व में धर्मानुसार अलग-अलग दिन नव वर्ष मनाते हैं। अब यदि हम भारत की बात करें तो यहाँ भी अलग-अलग राज्यों में नव वर्ष चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा,गुड़ी पड़वा,उगादी आदि नामों से आरंभ होता है। इसी तरह ईसाई धर्म के लोग १ जनवरी को नव वर्ष … Read more