‘कोरोना’ भगाएंगे

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ नहीं सोचा था ऎसा समय भी आएगा, प्रधानमंत्री जनता कर्फ्यू लाएंगे। ‘कोरोना’ भगाएंगे… मीडिया के माध्यम से देश को जगाएंगे, भारत देश की सारी आबादी बचाएंगे। कोरोना भगाएंगे… साबुन लिक्विड से हाथों को नहलाएंगे, निश्चित रूप से कोविड उन्नीस को हराएंगे। कोरोना भगाएंगे… किसी जगह पर न हम थूकेंगे, स्वच्छता का … Read more

प्रकृति से मित्रता के रिश्ते को समझना होगा,बचाना होगा

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ मानव जीवन में कुछ लोग जीवन यात्रा को आनंदमयी यात्रा मानते हैं,जबकि कुछ लोग दुखद मानते हैं। वे जरा-सा भी संकट आए तो दुखी हो जाते हैं। इंसान को हर पल चलते रहना चाहिए। मानवीय जीवन के साथ प्रकृति जुड़ी हुई है। प्रकृति से ही मानव का जीवन चलता है। हवा,पानी,अन्न … Read more

मंदिर से लेकर युद्ध तक रानी का शौर्य आज भी जीवन्त

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ इमेजीन ग्रुप ऑफ कंपनीज़(झाँसी) की ओर से `राष्ट्रीय हिन्दी साहित्य सम्मेलन` में उपस्थित रहने का निमंत्रण प्राप्त हुआ। २२ फरवरी २०२० को होटल एमबीन्स में सम्मेलन था,जिसमें देशभर से साहित्यकार उपस्थित थे। उस सम्मेलन में ‘मीडिया का हिन्दी साहित्य पर प्रभाव` विषय पर आलेख और `तुम बिन सूनी गलियां` कविता प्रस्तुत … Read more

स्पर्धा में प्रथम आए डॉ. गुलाब चंद पटेल

अहमदाबाद(गुजरात)। मीन साहित्य संस्कृति मंच(हरियाणा) ने हिंदी प्रतियोगिता अक्टूबर २०१९ आयोजित की थी। इसमें कवि-अनुवादक और नशा मुक्ति अभियान प्रणेता डॉ. गुलाब चंद पटेल ने प्रथम स्थान हासिल किया है। ‘कार्तिक मास का महत्व’ विषय पर निबंध लेखन में प्रथम स्थान आने पर आपको साहित्यकार विजय कुमार तिवारी (अहमदाबाद)सहित मित्रों ने भी हार्दिक शुभकामनाएँ दी … Read more

‘हिंदी दिवस’ क्यों मनाया जाता है १४ सितम्बर को ?

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ १९१८ में गांधीजी ने हिंदी साहित्य सम्मेलन में हिंदी भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने के लिए कहा था,हिंदी भाषा को जनहित की भाषा गांधीजी ने बताया थाl १९४९ में स्वतंत्र भारत के प्रश्न पर १४ सितम्बर को हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने का विचार-विमर्श करने के बाद में यह निर्णय लिया … Read more

`जन्माष्टमी` एक पौराणिक त्योहार

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. इस साल जन्माष्टमी कब है,इसके लिए लोग उलझन में हैंl कुछ जानकार लोगों का कहना है कि,भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी के दिन और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था,अत: जन्म अष्टमी तिथि हैl इस लिहाज से यह दोनों संयोग २३ अगस्त को बनते हैंl हर साल जन्माष्टमी … Read more

तलाक…तलाक…तलाक…

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ रवि शंकर ने मारा है कानून का कंकर, तीन तलाक पेश किया संसद के अंदरl सभापति ने बिल भेजा राज्यसभा से राष्ट्रपति, कानून बन जाएगा डरेंगे सभी बानो के पतिl तलाक को दिया गया था तोड़-मरोड़, बिल से ख़ुश हो गई महिला नौ करोड़l सुशील हैं देश के प्रधानमंत्री मोदी, तलाक … Read more

तुम बिन सूनी-सूनी गलियाँ

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ तुम बिन सूनी-सूनी ये गलियाँ कान्हा, वृंदावन छोड़कर मत जाओ कृष्ण कन्हैया। तुम बिन सूनी-सूनी हैं गलियाँ, नहीं दिख रहा है यहाँ कोई खेलैया। तेरे बिन सूनी-सूनी रुक्मणी राधा, सूख गया है बाग-बगीचा और पौधा। एक बार तुम लौट कर आ जाना, फिर कभी हमें छोड़,कभी मत जाना। यशोदा मैया ने … Read more

कारगिल विजय दिवस क्यों मनाया जाता है ?

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. कारगिल युद्ध में पाकिस्तान के सामने २६ जुलाई १९९९ को सफलता प्राप्त करने पर याने कि पाकिस्तान सैन्य को वापस जाने के लिए मजबूर करने के लिए भारतीय वीर योद्धाओं ने अपना बलिदान दिया था,उस विजय और शहीद वीरों की याद में यह कारगिल विजय दिवस … Read more

प्रकृति से जोड़ता है योग

गुलाबचंद एन.पटेल गांधीनगर(गुजरात) ************************************************************************ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस विशेष …………………. पृथ्वी की भ्रमण कक्षा में उत्तरायन की तरह दक्षिणायन दिन का भी महत्व हैl सूर्य नारायण का दक्षिण प्रयाण याने कि २१ जून,जो वर्ष में सबसे ज्यादा लंबा दिन होता हैl २०१४ में विश्व के सभी देशों ने जनरल एसेंबली में भारत के प्रस्ताव को मान्य … Read more