गौरव है हमारी हिंदी

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. भाषा अनुपम सदा लगे मोहनी, कहते सब गौरव है हमारी हिंदीl लहू में घुली धमनियों में बहती, संपर्क की भाषा जन-जन हिंदीl वैदिक काल में संस्कृत थी रसी, दशवीं शताब्दी में अपभ्रंश सजीl अमीर खुसरो किये भारत भ्रमण, उत्तर-दक्षिण सर्व जोड़ना पहलl खालिकबारी शब्दकोश … Read more

साथी हिंदी-कर्मियों से मन की बात

डॉ.एम.एल.गुप्ता ‘आदित्य’  मुम्बई (महाराष्ट्र) ********************************************************** ‘हिंदी दिवस’ विशेष…….. राजभाषा विभाग सहित भारत संघ के कार्यालयों के हिंदी अनुभागों-विभागों- एककों आदि में और संघ की राजभाषा नीति के लिए कार्यरत सभी कार्मिकों,वे चाहे किसी भी कार्यालय में और किसी भी पद पर क्यों न हों,उनके कार्य का मुख्य उद्देश्य यह है कि संघ के कार्यों में … Read more

ख़ुशी

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* ख़ुशी होती है चुलबुली, तितली-सी होती सही कभी वो फूल-कभी वो डाली, अभी है अभी जो उड़ी। भावनाओं से रहती है जुड़ी, ख़ुशी जो होती है चुलबुली तलाशता है हर मन, ख़ुशी संग हो ख़ुशी। मुस्कुराहट और हँसी, अधरों पर खूब सजती पर आँखों की पुतलियों में, हीरे-सी … Read more

यूँ ना सवाल कर

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** उसकी गलती को नजर-अंदाज कर खुदा देख रहा है,तू ना हिसाब कर, हम प्याला हम निवाला हमसफर है वो उसकी नीयत पर,यूँ ना सवाल कर। उदास है वो भी,तुझको रूला कर भूल जा वो लम्हा, साथ मुसकरा कर, जरूरत उसकी अब खुश होने की है बचा ले मोहब्बत,भंवर से निकाल … Read more

ध्वज पर न्योछावर हम..

डॉ.दिलीप गुप्ता घरघोड़ा(छत्तीसगढ़) ******************************************************** न भी घर आए तो दोस्त-सा सम्मान देते हैं, प्रेम से मांगे एक तो दो सामान देते हैं… पर लहराते तिरंगे पर टेढ़ी आँख करे कोई, तो चीर कर छाती लहू प्राण ले लेते हैं…l जय भारती,जय भारती,जय भारती, जय भारती,जय भारती,जय भारतीll फौलाद का दिल-हौंसला चट्टान रखते हैं… माँ भारती … Read more

बस ऐसी अमर कहानी हो

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ********************************************************** कर्म जीवन ऐसा नूरानी हो, शिक्षा उचित मार्ग सत्य हो कर्तव्य समझ जो सयाना हो, बस ऐसी अमर कहानी हो। दु:ख के पलड़े ना हों भारी, साहस धैर्य की रवानी हो॥ रिश्तों में ध्यान मृदु वाणी हो, छल कपट के ना काँटें हो स्नेह भाव धारा सुहानी हो, … Read more

बाद मुद्दत के….

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** बाद मुद्दत के,उन्होंने मेरा हाल पूछा है क्या छुपा मन में,जो डर-डर के पूछा है, मैंने भी पूछ लिया,क्यों याद किया मुझे कोई बहाना भी,तो उन्हें नहीं सूझा है। आह तो निकलेगी ही चाहे वो मुस्कुराएं सालों से तो यूँ ही कलेजा नहीं फूंका है, इशारे में याद दिला दी,राज … Read more

कान्हा

निशा गुप्ता  देहरादून (उत्तराखंड) ************************************************************* कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. भोर भई नंदलाला, अब तो आओ पास नैन तकूं दिन रैन मैं, दर्शन दो घनश्याम। मैया खोल गैया खड़ी, बंसी थमा दी हाथ आओ लल्ला साथ लो, तुम गैयन को आज। कुंज गली में जब चले, सारे बाल गोपाल गैया धूल उड़ावती, संग चले गोपाल। कान्हा … Read more

कृष्णा तुम विश्वास आस

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. प्रभु कृष्ण मुरारी हे किए अदभुत न्यारी, कंस असुरों से अति पीड़ित थे जब जन-जन व्याकुल माँ धरणी ने गौ रूप में किया पुकार, मानव जीव-जंतु के हरने दु:ख औ संतापl कारागर में माता देवकी ने कीन्ही विनती प्रभु तुम रक्षक हो सबके भक्त … Read more

भक्तों से कान्हा का अदभुत संबंध

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. कान्हा भक्तों से आपका कैसा अदभुत है संबंध आपसे प्रीत लगाकर भुला बैठा मैं तन और मन, माँ से प्यार,बाल,ग्वाल,सखा,गोपियों से प्यार पशुओं से प्यार,पक्षीयों से प्यार जग में है इजहार, तेरे प्यार में डूबकर कान्हा,हर कोई यहाँ मगन। कान्हा भक्तों से कैसे…॥ आपका महाबल देखा … Read more