युगपुरूष अटल जी

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. भारत के युगपुरूष अटल बिहारी,देशभक्ति रग-रग घुला लिए आपविराट व्यक्तित्त्व ऐसे युग पुरूष,भारत माता के हुए सच्चे सपूतlवाजपेयी बहुआयामी व्यक्तित्व,भारतीय राजनीति के युगपुरूषश्रेष्ठ राजनीतिज्ञ थे अटल आप,भारतीय जनसंघ के संस्थापकlप्रधानमंत्री बने भारत गौरव अटल,सुंदर पद्म विभूषण का सम्मानभारत के युगपुरूष अटल बिहारी,वज्रबाहु … Read more

शीत ऋतु है सार

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* अनेक ऋतुओं से सजी प्रकृति से है संसार,आए वर्ष के अंत शीत ऋतु है जी सार। रंगों की छटा मनोहर गुलाब पुष्प पीले लाल,और कहीं पेड़ पत्ते रंग बदलते नारंगी से पार। शीत लहर कभी गुदगुदी-सी लगे उपकार,निकल पडे़ रजाई गर्म वस्त्र औ स्वेटर ऊनी हार। आया समय गर्म स्वादिष्ट … Read more

बदलते मौसम

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** बदलते मौसम की निराली रीत है,गर्मी के बाद बरसात फिर शीत है।बदलते मौसम की निराली रीत है… आना-जाना नियम यही बतलाए,पतझड़ के बाद तो बहार ही आएघोर गरमी में दुबकी है जो कोयल,वही बारिश में फिर गीत सुनाए।कब किस मौसम से लगे प्रीत है,बदलते मौसम की निराली रीत है… जिंदगी का … Read more

कैसे कटेंगे अब पहाड़ से ये दिन

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** जिंदगी कट रही देखो गिन-गिनकैसे कटेंगे अब पहाड़ से ये दिन,कई महीनों से पसरा सन्नाटा है-कोरोना से हुआ सब छिन्न-भिन्न। छोटे-बड़े सभी व्यापारी परेशानआमदनी बंद हुई,बढ रहा ॠण,स्कूल-कालेज की ठप है पढ़ाई-बच्चे-बड़े-शिक्षक सभी गमगीन। मंदिर-मस्जिद-गुरुद्वारे भी बंद हैंमन में प्रभु याद आते हैं निश-दिन,कयामत सा हो रहा एहसास-माहौल भारी और लगता … Read more

रक्षा करना,सौभाग्य दमकाना

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* कितनी विस्तृत हमारी संस्कृति,जब समझे होंगें जन आदित्य कोजाना होगा प्रकृति का उपहार,जग जीवन के लिए आता प्रकाश।कहते हैं द्रौपदी जब हुई हताश,महाभारत का भीषण विनाशकिया संकल्प पावन हृदय से,संतान रक्षा जय हेतु करूँ तप।किया महापर्व छठ पूजन विशेष,सुहासिनी ने मांगा सु-वरदानविनती करूँ हे आदित्यनाथ,है ये कठोर पर्व तप मनोहर।प्रसन्न … Read more

मिलकर दीप जलाएं

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष….. राम संग सिय आ गए,लखन हनुमंत साथअवध नगर कृतार्थ हुआ,खत्म हुआ वनवास।खत्म हुआ वनवास,रावण-राक्षस को मारा,जग का कर कल्याण,राम-राज बना न्यारा।दीवाली के त्यौहार पर,दीपों से सजते धाम,दीपोत्सव पर आज,सब बोलो जय श्री राम।दीप तिमिर को जब हरे,जग में हुआ प्रकाश,काली यह रातें मिटें,पुनः जीवन की आस।पुनः जीवन … Read more

राम जी-केवट प्रसंग

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** राज पाट महल सभी त्यागा,मानी पिता बनवास आज्ञासंग सीता व लक्ष्मण भ्राता,अदभुत यही राम की गाथा।विचरे जंगल तीनों संगा,आए वाराणसी तट गँगाकैसे पार होई किनारा,दिखा केवट नाविक सहारा।राम ने केवट को बुलाया,गँगा पार प्रयोजन बतायाकहा तुम अपनी नाव लाओ,हमको गँगा पार करवाओ।हाथ जोड़ केवट कहे,प्रभु करो मुझे माफ,नैया में बैठाऊँगा,यह पग … Read more

मसला गुजारिश का

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** बाजार सजा है मगर,नुमाईश का हैहर चीज़ मिले बस,यही एक ख्वाहिश का है। खुद का ही,खुद पे,अब नहीं रहे यकीं,अब इस दुनिया में सब कुछ,सिफारिश का है। आँसूओं का भी नहीं हो रहा,कोई असर,यह मौसम भी शायद,अब बारिश का है। हर रिश्ते से दूर,होता जा रहा हूँ मैं,जब से लगता यह … Read more

आ जाओ माँ विपत्ति निवारिणी

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* आ जाओ माँ दुर्गा भवानी,सिंहसवारिनी विपति हारिणीस्वागत प्रार्थना जन कर जोडी़,आ जाओ माँ जग कल्याणी। महामारी से पीड़ित जनमानससुनो पूकार हे माँ जगतारिणी,हो तुम दुर्गति नाशिनी जगदम्बेजगजननी तुम हो भयहारिणी। सजा रहे घर मंदिर औ आँगन,मन कर्म वचन से स्वागतं मातेमहावर नुपूर शोभत शुभ पाँव,आ जाओ माँ हे करुणामयी। अनुपम … Read more

बिटिया चली ससुराल को…

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** छूटे बाबुल का यह घरबचपन,आँगन और दर,बिछड़े संगी और सखीपीहर की ये प्यारी गली।बिटिया चली ससुराल को… छूटे माँ,बापू,काका,काकीबहन और भैया-भाभी,अपने पिया के संग चलीअपनी ससुराल की गली।बिटिया चली ससुराल को… भूल ना जाना यह घर-बारबिटिया खुश रहना ससुराल,बसे तेरा प्यारा घर संसारहर दिन हो नया त्यौहार।बिटिया चली ससुराल को… ससुराल … Read more