करो अच्छे कर्म तुम

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** न खुशी की कोई लहर,हमें आगे दिखती है।जीवन और मृत्यु का डर,अब हमें नहीं लगता है।बस एक आस दिल में,सदा हम रखते हैं।अकाल मृत्यु न हो,इस काल…

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धुंए में धधकता संसार

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************************************ नशे के धुंए में धधकता ये कैसा संसार है,चकाचौंध में देह लूटता ये फिल्मी व्यापार है। जब काम के बदले देह का गढ़ता है किस्सा,बन जाता है…

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लालच

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* कौन कहता है अब,लालच बुरी बला हैलालच भी कुछ पाने,की प्यारी कला है। आज की औलाद माँ-बाप,कि,इसलिए करती हैं सेवावसीयत रुपी उन्हें,मिलेगा प्यारा मेवा। लालच से मिलते,है…

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हमारा हिंदुस्तान

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** है प्यार बहुत देश,हमारा हिन्दुतानहै संस्कृति इसकीसबसे निराली है।कितनी जाति-धर्म के,लोग रहते यहाँ परसबको स्वत्रंता पूरी है,संविधान के अनुसार।कितना प्यारा देश है,हमारा हिंदुस्तानइसकी रक्षा करनी है,आगे तुम…

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ममता का तोल

मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ********************************************************** कमली हा‌ंफती हुई सीना के पीछे पीछे दौड़ रही थी-'सीना बिटिया! रुक जाओ सीना बिटियाl'लेकिन जब तक वह सीना तक पहुंच पाती,तब तक कमली की आशंका फलीभूत…

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प्रेम से ही शांति

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* विश्व शांति दिवस स्पर्धा विशेष…… विश्व को कब नसीब,होगा शांति भरा आँचलकहीं कोरोना तो कहीं,युद्ध के मंडराए हैं बादलlइंसान ने प्रकृति को,प्लास्टिक में लपेटा हैइंसान भी पी.पी.ई.…

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सफर कठिन है

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** पग-पग पर काँटे बिछे,चलना हमें पड़ेगाकठिन इस दौर में,हमको संभलना पड़ेगा।दूर रहकर भी अपनों से,उनके करीब पहुंचना पड़ेगाऔर जीवन के लक्ष्य को,हमें हासिल करना पड़ेगाll जो चलते…

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हिंदी ही आधार है

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** हिंदी दिवस विशेष….. जब सीखा था बोलना,और बोला था माँ।जो लिखा जाता है,हिंदी में ही सदा।गुरु ईश्वर की प्रार्थना,और भक्ति के गीत।सबके सब गाए जाते,हिंदी में ही…

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मोहब्बत में…

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** मोहब्बत में अक्सर लोग,सब-कुछ भूल जाते हैंदिल-दिमाग में उसके,मोहब्बत छाई रहती है।न कुछ कहता-न सुनता,बस अपने में मस्त रहताऔर प्यार के सागर में,वो डूब जाता है।मोहब्बत में…

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जनक का करो सम्मान

आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* श्राद्ध में जो कौवा,मन भर खाता है खीर…जिंदा वृद्ध माँ-बाप,की नहीं दिखती पीरlमाँ-बाप की मृत्यु,पर भले ना जलाओ दीपक…पर जिंदा माँ-बाप,को मत कहो दीमकlदर्द होता है जब…

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