भूल पाती नहीं

श्रीमती अर्चना जैनदिल्ली(भारत)**************************** काव्य संग्रह-हम और तुम से… तुमसे मिलने की सदियों से मन में लगन,मैं धरा,तू गगन…कैसे होगा मिलन ? देख आकुल तुझे जब भी रोए नयन,लोग कहते हैं बरखा,हुए हैं मगन। इस कदर मेरे दिल में है घर कर गया,भूल पाती नहीं,कितने कर लूँ जतन। तू न जायेगा अब प्राण जायें भले,मिल के … Read more

२०२१ दे आपको

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** करे न कोई गम अब,जाते हुए २०२० काजो बीता सो बीता,अब गुजर गया साल।सिखा गया जाते-जाते,लोगों के दिल में प्रेम-भावनहीं आया विपत्ति में,धन-दौलत अब की बार।नया साल दे आपको,मनमाफिक परिणामसभी ख्वाब पूरे हों,करते प्रार्थना ईश्वर से।सभी को रिद्धि दे,सिद्धि दे,वंश में वृद्धि देहृदय में ज्ञान दे,चित्त में ध्यान दे।अभय वरदान दे,दुःखो को … Read more

कोई किसी का नहीं

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** कौन किसका होता है,इस बनावटी जमाने मेंजहाँ हर कोई नाटक,करता है समयानुसारऔर बदल जाते हैं तब,जब उसे फायदा होता हैऔर भूल जाते हैं सब,तुम्हारे सारे उपकार को। समय की आज-कल,बहुत मांग होती हैअपने फायदे के लिए,फँसा देते हैं अपनों कोऔर अपनी करनी पर,तनिक भी पछताते नहींतान कर सीना वो अपना,बेशर्म की तरह … Read more

मौन और ध्यान:आंतरिक सुंदरता का दर्पण

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)********************************************** वर्तमान काल में मनुष्य बहुत अशांत है। उसका मन मस्तिष्क स्थिर नहीं रहता है। मन १ मिनिट में ५५ विचारों का सामना करता है। हमारी सबसे अधिक ऊर्जा नेत्रों के अलावा मन की क्रियायों या सोच-विचार से नष्ट होती हैं। इसलिए जब हम शांत होकर शयन या आँख बंद कर आराम करते हैं … Read more

असली माँ

डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’इन्दौर (मध्यप्रदेश)**************************************** सुभद्र दत्त मगध देश का रहने वाला था। उसकी अतिगुणवती सुशील २ स्त्रियां थीं। एक वसुदत्ता,दूसरी वसुमित्रा। इन दोनों को बहुत समय तक कोई पुत्र नहीं हआ। काफी समय व्यतीत होने पर वसुमित्रा से एक सुन्दर बालक उत्पन्न हुआ।सुभद्रदत्त के पास अपार धन था,फिर भी वह और धन कमाने के … Read more

बौद्ध धर्म और अहिंसा-एक विश्लेषण

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** सम्पूर्ण जगत में हमें अगर शांति स्थापित करनी है, या अमन-चैन कायम करना हो तो हिंसा से दूर रहकर अहिंसा का पालन कर सकते हैं। अहिंसा का सामान्य अर्थ है हिंसा न करना। इसका व्यापक अर्थ हैं-किसी भी प्राणी को तन,मन, कर्म वचन और वाणी से कोई नुकसान न पहुंचाना। मन में किसी … Read more

इंतजार

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** खुशी का इंतजार,हमें हमेशा रहता हैदिल को शांत करने का,हमें इंतजार रहता है।न जाने कितने लोग,इस राह पर चलते हैंपर कुछ ही लोगों को,ये मौका मिलता है।मोहब्बत के इम्तेहान में,हर कोई पास नहीं होताकठिन डगर पर चलकर,हर कोई सफल नहीं होता।मोहब्बत करके तुम,एक बार तो देखोजिंदगी की हकीकत,तुम्हारे सामने आ जाएगीll परिचय– संजय … Read more

सीढ़ियां चढ़ने का बड़ा फायदा

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** वर्तमान में मनुष्य अपने शरीर से पसीना नहीं निकालना चाहता है। इसके लिए वे पैसे खर्च करके और अलग से समय निकालकर जिम जाते हैं। आप दस मंजिला भवन में रहते हैं और उसमे लिफ्ट सुविधा है तो अपने को भाग्यशाली समझते हैं। इस कारण आपका आना-जाना सुगम और सरल हो जाता है,और … Read more

मोहब्बत का नया अंदाज

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ******************************************** तेरे दिल को अपने,दिल से मिलना चाहता हूँबची जिंदगी कोतेरे साथ जीना चाहता हूँ।उम्र बिता दी अपनी,मोहब्बत को तलाशने मेंएक तुम ही महबूब मिले हो,उम्र के इस पड़ाव पर।वर्षों पहले हमसे,तुम्हारी नजरें मिली थीउस वक्त पता नहीं था,मोहब्बत क्या बला होती है।जब हम मोहब्बत का,मतलब हम समझ पाएतब तुम औरों की,बाँहों में … Read more

समय आ गया,जनसंख्या नियंत्रण कानून की सख्त जरूरत

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)****************************************** बाढ़-सी बढ़ती जनसंख्या के लिए भोजन,आवास व वस्त्र का इंतजाम इस दशक के लिए आज सबसे बड़ी चुनौती है। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए सुखमय जीवन जीने के लिए संसाधनों का बेहतर उपयोग नितांत आवश्यक है। सुनियोजित विकास का सपना तभी पूरा हो सकता है,जब जनसंख्या का नियोजन किया जा सके। अच्छी … Read more