बिटिया की मुस्कान
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’ रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************************* गगन मनाता खुशी धरा भी तो मुस्कायी है, घर भर में उल्लास हुआ है खुशियां छाई है। ले कांसी का थाल बजाया छत पर माई ने, धन्य-धन्य है भाग्य हमारे बिटिया आयी है। प्यारा-सा मुख छोटी आँखें लाल गुलाबी होंठ, उन होंठों पर प्यारी-सी मुस्कान सजायी है। इतनी खुशी … Read more