मधुशाला सज महफ़िलें
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************************************** गज़ब नीति सरकार की,कर मदिरा व्यापार।विकट आपदा है वतन,जनता है लाचार॥ मधुशाला फिर से सजी,नशाबाज गुलज़ार।गज़ब रोग उपचार यह,भाग रहे बेकार॥ बाँट रहा जग दुआ वह,जिसे स्वयं दरकार।भूली जनता जाम ले,आमद में सरकार॥ अंगराज शरमा रहा,मधु दान को देख।‘कोरोना’ शकुनी करे,नाश मनुज अभिलेख॥ खाने के लाले पड़े,मचा पलायन देश।मधुशाला … Read more