करुणा जीवन सार

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ************************************************** दया,नेह,संवेदना,करुणा जीवन-सार।उर महके अपनत्व से,तो फैले उजियारll बुद्ध बने तब बुद्ध जब,जागा करुणा-भाव।मानव तब मानव बने,कोमल रहे स्वभावll सत्य,अहिंसा,वेदना,से नित नव-संसार।करुणा से श्रंगार हो,तो मंगल आसारll गांधी,ईसा के हृदय,करुणा का संसार।महावीर करते रहे,करुणा से नित प्यारll टेरेसा तब माँ बनीं,जब करुणा-आवेग।मानवता को दे गईं,वे तो नेहिल नेगll अश्रु नयन से … Read more

गाँधी-दर्शन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ***************************************************** गांधी जयंती विशेष………….. मुझे गांधी ने सिखलाया,जिऊँ मैं कैसे यह जीवन,बनाऊँ कैसे मैं इस देह और मन को प्रखर,पावन।मुझे नैतिकता-पथ दिखला के,रोशन आत्मा कर दी-पूज्य बापू के कारण ही,महकता है मिरा मधुवन॥ जिये सत् भाव लेकर गांधी,सौंपा हमको यह ही स्वर,अहिंसा-ताव लेकर बन गये,मानव से वे इक सुर।युगों तक वंदना … Read more

चीन से हमारे रिश्तों की पड़ताल:विश्लेषणात्मक अध्ययन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) **************************************************** गलवन में हमारे २० बहादुर जवानों के बलिदान ने समूचे देश को गुस्से से भर दिया है। इस घटना से हमारे राष्ट्रीय स्वाभिमान को चोट पहुंची है। अब भारत,चीन के दुस्साहस का जवाब कैसे देता है,यह न केवल हमारे लिए महत्वपूर्ण होगा,बल्कि विश्व व्यवस्था पर भी अपना प्रभाव छोड़ेगा। मौजूदा … Read more

सचमुच में थे प्रखर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************************** काव्य-चेतना के धनी,किया सृजित साहित्य।सचमुच में तुम थे प्रखर,चमके बन आदित्य॥ कविताओं में जोश था,भरी प्रबल हुंकार।हर कृति में उत्कृष्टता,नीति,मूल्य से प्यार॥ युग को रोशन कर दिया,बनकर के वरदान।इसीलिए तो लेखनी,ने पाया सम्मान॥ हर रचना में था भरा,ओज और आवेग।देशभक्ति मुखरित हुई,वंदनीय संवेग॥ कालजयी साहित्य रच,फैलाया आलोक।हर रचना ने कर … Read more

आँखें वरदान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) **************************************************** आँखों से जग देखते,हैं आँखें वरदान।आँखों में संवेदना,आँखों में अभिमानll आँखें करुणामय दिखें,जब आँखों में नीर।आँखों में अभिव्यक्त हो,औरों के हित पीरll आँखों में गंभीरता,और कुटिलता ख़ूब।आँखों में उगती सतत,पावन-नेहिल दूबll आँखें,आँखों से करें,चुपके से संवाद।उर हो जाते उस घड़ी,सचमुच में आबादll आँखें नित सच बोलतीं,दिखता नहीं असत्य।आँखों के आवेग … Read more

अपराध-बोध

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ********************************************************** “सुनो जी,ये जो छत के कोने में जो ततैयों ने अपना घर बना लिया है,उसको हटा देना चाहिए न ?”हाँ,बिलकुलlपर क्या पाप नहीं लगेगा ? “कैसा पाप ?अरे घर तो हमारा है। ततैयों ने तो ज़बरदस्ती अतिक्रमण कर रखा है।”“तो,तो हम उनके घर को संडे को हटा देते हैं।”“ठीक हैl”और … Read more

शिक्षक-वंदना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ***************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. वंदन है,नित अभिनंदन है,हे शिक्षक जी तेरा।फूल बिछाये पथ में मेरे,सौंपा नया सबेरा॥ भटक रहा था भ्रम के पथ पर,राह दिखाई मुझको…गहन तिमिर को परे हटाया,नमन् करूं मैं तुझको। आशाओं के सावन में है अरमानों का डेरा।शीश झुकाऊं हे परमेश्वर,भाग्य मिरा यूँ फेरा॥ मायूसी से मुझे निकाला,कर … Read more

मानवता ही धर्म

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** मानवता तो धर्म है,जीवन का उजियार।बिन मानवता ज़िन्दगी,जैसे हो अँधियार॥ पशुवत हो इंसान तब,जब करुणा हो लुप्त।इंसानी जज़्बात बिन,जीवन सारा सुप्त॥ पूजा,स्तुति,वंदना,इनमें सीमित धूप।पर मानवता श्रेष्ठतम्,प्रभुसेवा का रूप॥ मानव यदि करने लगे,मानवता का काम।तब समझो यह ज़िन्दगी,कोई तीरथ धाम॥ बुध्द,यीशु देते सदा,मानवता-संदेश ।मदर टिरेसा दे गईं,मानवता-आवेश॥ परहित को जो साधता,बनता … Read more

राष्ट्र-वंदना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. भारत माँ के अभिनंदन में,आओ हम जयगान करें।नित्य चुनौती का उत्तर दे,रक्षित माँ की आन करेंll हमने रच डाली नव गाथा,लेकर खडग हाथ अपनेनहीं हटाए बढ़े हुए पग,पूर्ण किये सारे सपनेlमाटी को निज माथ लगाकर,आओ मंगलगान करें,नित्य चुनौती का प्रत्युत्तर दे,रक्षित माँ की आन करेंll शत्रु … Read more

कृष्ण से है जगत सारा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** जन्माष्टमी विशेष……… कृष्ण का नाम लेने से,खिलें सूखे सभी उपवन,कृष्ण का जाप करने से,सुवासित होता हर तन-मनlकृष्ण से है जगत सारा,कृष्ण हैं धर्म का आशय-कृष्ण से काम हर पूरा,सभी की ज़िन्दगी गुलशनll प्यार राधा औ’ किशना का,धर्म की ही कहानी है,बिरज की भूमि में महकी,ये इक नेहिल बयानी हैlसमर्पण,त्याग औ’ … Read more