राम नाम

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** राम नाम से हर इक बंदा भवसागर को पार करे,राम नाम में तेज समाया हर इक जन जयकार करे।राम नाम बस सच्चा लगता,बाक़ी सब आभासी…

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उदाहरण

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** वह हट्टा-कट्टा बॉडी बिल्डर-सा दिखने वाला आदमी चलती हुई बस में दो की सीट पर अकेला फैलकर ऐसे बैठा हुआ था,मानो पूरी बस का मालिक…

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‘नीर’ से साँसें

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** 'नीर' लिए आशा सदा,नीर लिए विश्वास।नीर से साँसें चल रही,देवों का आभास॥ अमृत जैसा है 'शरद',कहते जिसको नीर।एक बूंद भी कम मिले,तो बढ़ जाती पीर॥…

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नव चिंतन,संस्कारों और मूल्यों की ‘स्वप्निल हकीकत’

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** काव्य जहां हमारी भावनाओं को अभिव्यक्ति देता है,तो दूसरी और वह हमारी चेतना को भी झकझोरता है,तथा सामाजिक विषमताओं पर भी आघात करता है। कविताएं…

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शिवलिंग पूजा की प्रासंगिकता और महत्ता

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** औघड़दानी शिव सदा,देते हैं वरदान। पिंडी की पूजा करो,पाओ जीवन-मानllदेवों के देव महादेव जो प्रकृतित: भोले भंडारी हैं,सरल हृदयी व दयालु हैं,तथा भक्त वत्सल हैं,उनकी…

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घाव बहुत गहरे हैं

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** रोदन करती आज दिशाएं,मौसम पर पहरे हैं,अपनों ने जो सौंपे हैं वो,घाव बहुत गहरे हैं। बढ़ता जाता दर्द नित्य ही,संतापों का मेलाकहने को है भीड़,हक़ीक़त,में…

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गर्मी के बाद बारिश का अहसास

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** दिनकर ने शोले बरसाये,पर अब तो राहत है।बहुत दिनों के बाद सभी की,खिली-खिली तबियत हैll ताल-तलैयां रीत गये थे,नदियां भी थीं सूखी,बुझा-बुझा मन रहता था,और…

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सिपाही

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** "अनिल भाई,आजकल दिखते नहीं हो। कहां,बिजी रहते हो ?""राकेश जी,नौकरी की ड्यूटी में लगा रहता हूँ।""अरे,तो इसका मतलब,क्या हम नौकरी नहीं कर रहे ?""ऐसी बात…

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चेहरे पर चेहरा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** मीना सिसकती-कराहती हुई अभी घर लौटी थी,और एक कोने में बैठी विलाप कर रही थी । वह अपने संगीत के गुरू व धर्मपिता पुरोहित साब…

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रक्तदान देवत्व

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** सब दानों में है बड़ा,करो रक्त का दान।बच जाता इंसां 'शरद',खुश होता भगवान॥ रुपया-पैसा,अन्न भी,रखता है निज मान।पर सबसे उत्तम सदा,करो रक्त का दान॥ जीवन…

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