कर्म और भाग्य
डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’ बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़) ******************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. सारी सुख-संपत्ति के साधन धरती सतत श्रम करो भुज-बल से, भाग्य के सहारे न जी तू मानव- भोगता रह…