मत बाँटो इंसान को
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** जाति-धर्म की बातें कर यूँ मत बाँटो इंसान को, मिल-जुल कर तुम रहो बचा लो अपने देश महान को। कुछ नेता बस घात करेंगे,…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** जाति-धर्म की बातें कर यूँ मत बाँटो इंसान को, मिल-जुल कर तुम रहो बचा लो अपने देश महान को। कुछ नेता बस घात करेंगे,…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** ऐ मेरे बच्चों जरा मिल-जुल के रहना सीख लो, भाई-भाई हो सभी, तुम प्यार करना सीख लो। तेरी इस माँ भारती को रौंदने आ…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** आँखें बता रहीं हैं कि इनकार है नहींl शायद लबों ने झूठ कहा प्यार है नहींl दिल हारने का भी सुनो अपना ही है…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** खुद से भारी बस्ता ढोकर, गिर जाते हैं बेसुध होकर। आज दिवस छुट्टी का आया, हम बच्चों के मन को भाया। बस्ते को अब…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** मैंने जिसको कहा पराया है, पहले दुख में वही तो आया है। हर किसी शय में दिख रहा है वो, जैसे आँखों में ही…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** विश्व बाल दिवस स्पर्धा विशेष……….. जिनके हैं माँ-बाप नहीं,बस क्रंदन है, उन बच्चों का जीवन भी तो जीवन हैl भूखे प्यासे सड़कों पर दिख…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** बादल पर जा बैठे, उछलकर मेंढक राजाl मस्ती इतनी आई, लगे बजाने बाजाl पानी इतना बरसा, बादल हो गया खालीl गिर गये मेंढक राजा,…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** रोटी और मकान नहीं है, जीवन यह आसान नहीं है। खुद की बदहाली पर सोचो, रोता कौन किसान नहीं है। फुटपाथों पर सोने वाला,…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** नून-रोटी रोज़ खाते रह गये। पर कलम यूँ ही चलाते रह गये। इससे अच्छा हम चलाते फावड़ा, गीत ग़ज़लें ही बनाते रह गये। तालियों…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** अपनों से जो लड़ोगे बिखर जाओगे सुनो, जलने लगेंगे गाँव किधर जाओगे सुनो। लड़ना कभी न भाइयों आपस में है कसम- मिल-जुल के तुम…