सुहाना पागलपन
मदन मोहन शर्मा ‘सजल’ कोटा(राजस्थान) **************************************************************** वह निहारती है तो मैं नजरें झुका लेता हूँ, वह हया के परदे में सिमट जाती है जब मैं उसे एकटक देखता हूँ, शबनम-सी लरजती…
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April 20, 2019