गुरु-शिष्य की अनवरत प्रक्रिया

निशा गुप्ता देहरादून (उत्तराखंड) ********************************************************* “गुरु तो हमेशा ही हर युग में पूज्य रहे हैं, इसमें कोई अपवाद नही है। वो ही पथ प्रदर्शक बन कर समाज का निर्माण करते हैं।”गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वराय हो या गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागूं पाँय,हर युग में गुरु पूजनीय रहे हैं।अक्षर ज्ञान और जीवन में जीविकोपार्जन का रास्ता … Read more

नहीं भूल सकते हम ऐसे वीरों की कुर्बानी

निशा गुप्ता  देहरादून (उत्तराखंड) ************************************************************* चंद्रशेखर आजाद शहीद दिवस स्पर्धा विशेष……….. शीशे का खिलौना समझा तुमने,वो फ़ौलादी सीना था, शूल बैनों से नहीं डरता जो अंगारों से खेला था। नित-नित राग नए बजते हैं बेतरतीबी नारों से, आ जाओ तुम,बांध कफ़न वो मझधारों में उतरा था। आए कोई कभी भी विपदा,तूफानों से न डरता था, … Read more

जीत लिया जब तुमने

निशा गुप्ता  देहरादून (उत्तराखंड) ************************************************************* जीत लिया जब तुमने मन को, फिर तो कुछ भी बचा नहीं है। तू मेरा मैं तेरी रहूँगी साजन, तुम बिन तो अब कुछ भी नहीं है। मन के जीते जीत सभी है, मन हारे तो कुछ भी नहीं है। कभी ना आए मन में निराशा, दृढ़ निश्चय बिन कुछ … Read more

रोज़गार

निशा निइ्क ‘ख्याति’ दिल्ली ******************************************************************** नेताजी को बताओ, शहर से रोज़गार हटाकर गाँव नहीं बनाना था, गाँव में रोज़गार लाकर उसको खुशहाल बनाना था। पूछो ज़रा नेता जी से- हर चीज में गाँव को शहर के बराबर किया, महंगाई से लेकर क़मरा किराया सब एक जैसा किया, बस जो बराबर ना किया वो रोज़गार ना … Read more

नजर

निशा गुप्ता  देहरादून (उत्तराखंड) ************************************************************* नजर से मिली नजर मुलाकात हो गई, आये ख्याल दिल में शब्बे बारात हो गई। आये वो पास मेरे,धड़कन बेहिसाब हो गई, नजर झुकी रही,दीदार-ए-याद हो गई। चमकता है चाँद अपनी चांदनी के साथ, हम बिछड़े क्यों और कैसे ये मुलाकात हो गई। आये हो आज तुम महफ़िल में गर … Read more

क्या अदा है तेरी

निशा गुप्ता  देहरादून (उत्तराखंड) ************************************************************* (रचना शिल्प:काफिया-आना,रदीफ़-तेरा) याद मुझको आ गया यूँ मुस्कुराना तेरा, नजरें झुकाना झुकाकर फिर उठाना तेरा। क्या अदा है तेरी या मुझको सताना तेरा, मार डालेगा मुझे फिर बातें बनाना तेरा। सर्द आहें मेरी तुझ तक तो पहुंचेगी कभी, बैठ कर फिर अदा से चिलमन उठाना तेरा। महताब ज्यों फलक पे … Read more

बहू नमक की तरह होती है..

निशा सतीशचन्द्र मिश्रा यामिनी मुंबई(महाराष्ट्र) ************************************************ मुरैना भदोही गांव की रहने वाली रेवा का इलाहाबाद के एक बड़े व्यापारी के बेटे सरजू के साथ ब्याह हुआl नए घर में बड़े ही आदर-सम्मान के साथ रेवा ने गृहप्रवेश कियाl शादी के दो-तीन साल काफी मजे और ख़ुशी के साथ निकल गए और जैसे-जैसे दिन बीतता गया,रेवा अपनी … Read more

सीख गई सबक निम्मी

निशा सतीशचन्द्र मिश्रा यामिनी मुंबई(महाराष्ट्र) ************************************************ निम्मी अभी कॉलेज से आती ही होगी, यह सोच जल्दी-जल्दी घर के काम को आभा निपटाते हुए जल्दी से किचन में जाकर दोपहर के खाने की तैयारी करने लगी।सारा काम ख़तम होने के बाद जैसे ही आभा सोफे पर बैठी ही थी कि,दरवाजे की घंटी बजी और बाहर से चिल्लाने … Read more

चलो धरा बचाएं

निशा गुप्ता  देहरादून (उत्तराखंड) ************************************************************* विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… आम का पेड़ आज बहुत उदास लग रहा है, ना डाली झूम रही है ना पत्ता ही हिल रहा है। मेरे मन में उदासी इसकी शंका जता रही है, गर्मी बहुत है आज शायद पानी को तरस रहा है॥ चिड़िया भी खामोश-सी है,छाँव भी नहीं … Read more

शुभ जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ

हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी डॉ.निशा माथुर जी  का ०६ अप्रेल को शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं…..