बंजारा

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** यायावर बंजारे दिन उनके होते हैं, खोजी विचार वाले जो सीमित होते हैं। यद्यपि होती क्षमता कुछ अनगिन लोगों में- जनहित,परहित भाव कुछों में ही होते हैं॥ खोज सत्य व ज्ञान की जो भी करते थे, खोकर अपना सब-कुछ यह पथ चलते थे। ज्ञानी,योगी,तापस,ऋषि व महापुरुष- यायावर बन भ्रमण विश्व … Read more

टूटी भोजन की आस…रोता बच्चा

गंगाप्रसाद पांडे ‘भावुक’ भंगवा(उत्तरप्रदेश) **************************************************************** बीच मझधार फंसे मजदूर, साथ में बीबी-बच्चे, भूखे-प्यासे, सर पे गठरी सूखी ठठरी, घर की आस बड़ी बाधाएं, कहां जाएं काम न काज, `कोरोना` का राज, फंसे परदेस सरकारी आदेश, जहां हैं वहीं रहें पड़े चाहे भूख से तड़पना पड़े, हुई मुनादी कल बसें चलेंगी, जान में आई जान उठाया … Read more

हे नीलकंठ! जग कष्ट हरो

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** (रचनाशिल्प:कुल- ३२ मात्राएं) हे नीलकंठ! करुणामय मेरे, दया सिंधु अब लाज धरो। है आज जगत में त्राहि मची, हे जगदीश्वर! जग कष्ट हरो। तुमने ही जगहित धारण कर विष, कंटक कालन कंठ धरो। अब दीनन के दु:ख दूर करो प्रभु, शंभु हरे-हर, विपद हरो॥ त्राहि मची है आज भुवन में, … Read more

है इश्क ये खूबसूरत

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** है इश्क ये खूबसूरत, जो दिल को सहलाता है। मन को गुदगुदाता है, नये अरमान से जीना सिखाता है॥ पर यह इश्क नहीं, सबके लिए खूबसूरत। जो किसी को, पल-पल रुलाता है अश्क बहाता है। हर पल धड़कन बढ़ाकर- दिल में काँटा बन जाता है॥ यह जरूरी नहीं कि इसकी, … Read more

कर दो माँ,कल्याण

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** हे माँ,आज शरण में आए, कर दो माँ,कल्याण। आज दु:खी दुनिया है सारी, तेरी शक्ति महान॥ हे माँ,मधुकैटभ विनाशिनी, रक्तबीज कर अंत। महिषमर्दिनि,हे जगदंबा, ‘कोविड’ का कर अंत॥ दुर्गा,काली,चंडी,गौरी, तेरे रूप अनेक। असुर घातिनी,कष्ट हारिणी, शरणागत प्रत्येक॥ दु:खी आज सब लोग तुम्हारे, चरनन शीश झुकाय। करो दुखों का अंत आज … Read more

आया है ‘कोरोना’,रक्षा के लिए डरो ना

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** आया है ‘कोरोना’, अपनी रक्षा के लिए डरो ना। यह चीन के वुहान से प्रकट होकर आया है, एक-दूसरे के संपर्क में आने से विश्व में मँडराया है। इस कोरोनासुर ने सारे जग में त्राहि-त्राहि मचा दी है, पूरे विश्व में एक तृतीय विश्व युद्ध की अनोखी हलचल मचा दी … Read more

महामारी

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** फैली ‘कोरोना’ बीमारी, फँसी है इसमें दुनिया सारी। बाहर आना ठीक नहीं है- बंद आज है दुनिया सारी॥ ऐसा शायद कभी न देखा, मंदिर कपाट बंद न देखा। सड़कें सूनी,गलियाँ सूनी- सूना गाँव,बाजार न देखा॥ माँ बाहर तुम नहीं निकलना, सभी लोग सँभल कर रहना। दूर-दूर ही बातें करनी- निकट … Read more

माँ का ध्यान धरो मन में

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** माँ का ध्यान धरो मन में, भवसागर पार उतारे हैं। सब कष्ट हरो माँ संतन के, अब आज शरण में आए हैं। घर के सब लोग घिरे दु:ख से, सब दूर-दूर घबराए हैं। ‘कोरोना’ के इस संकट से, बच्चे-बूढ़े थर्राए हैं॥ माँ तुम ही हो आधार सभी, दु:ख दूर करो … Read more

जन कर्फ्यू अपनाएं

गंगाप्रसाद पांडे ‘भावुक’ भंगवा(उत्तरप्रदेश) **************************************************************** तुम अपने घर नमाज पढ़ो, हम घर में करें आराधना। जीवन चक्र है बारह घण्टे, स्वतः मर जाएगा ‘कोरोना॥’ मोदी जन कर्फ्यू अभियान, वैज्ञानिकता का प्रमाण। आज चकित है सारा विश्व, हमें क्यों न हुआ ये ज्ञान॥ जन कर्फ्यू की वैज्ञानिकता, विषाणु वाहक न बने जनता। तोड़िए कोरोना जीवनचक्र, प्रण … Read more

आया है ‘कोरोना’

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** आया है ‘कोरोना’, अपनी रक्षा के लिए डरो ना। यह चीन के वुहाना से प्रकट होकर आया है, एक-दूसरे के संपर्क में आने से विश्व में मँडराया है। यह कोरोनासुर ने सारे जग में त्राहि-त्राहि मचा दी है, पूरे विश्व में एक तृतीय विश्व युद्ध की अनोखी हलचल मचा दी … Read more