नारी की महानता

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** तूने जग में बिछाया एहसान है, तेरी अपनी कहानी तेरी शान है। तूने साथ दिया,नर को मान दिया, खुद तो गम ही सहे,फिर भी प्रेम दिया। तेरी दु:ख की कहानी भी महान है, तेरी अपनी कहानी तेरी शान है॥ चाहे फूल न मिले,फिर भी काँटे सहे, दिल में गम हो … Read more

कन्हैया आज चले आना

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. कन्हैया आज चले आओ, बांसुरिया,सुंदर मधुर बजाओ। गोकुल में सब ग्वालन गैया, करें प्रतीक्षा ब्रज की मैया। आज श्याम घन आओ, कन्हैया आज चले आओ…॥ देवकी माता जन्म दियो है, वासुदेव संग कष्ट सह्यो है। आकर कष्ट निवारो, कन्हैया आज…॥ अर्धरात्रि भादो की काली, मेघों ने … Read more

खंडित आज़ादी

गंगाप्रसाद पांडे ‘भावुक’ भंगवा(उत्तरप्रदेश) **************************************************************** लो आया चौदह अगस्त, भारतीय इतिहास का काला दिवस, आज ही भारत माँ को बांटा गया, उसका एक हाथ काटा गया, अखंड भारत की शहीदों की कल्पना को कर दिया चूर-चूर, कर दिया सर धड़ से अलग, विभाजन की शर्त पर सत्ता लोभियों ने स्वीकारी आजादी, फैला दी जाति भेद … Read more

अपना नया भारत

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** आज नए भारत का निर्माण हुआ है, आज नये सूरज का नव भान हुआ है आज नई केसरिया पगड़ी सिर बांधे, नवभारत का आज सम्मान हुआ है। अब तक ये कश्मीर हमारा बंधा हुआ था, पैंतीस-ए के भ्रम में जो फंसा हुआ था तीन सौ सत्तर हटा के जो अब … Read more

हम सर पे कफन बांध कर चले

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** हम सर पै कफन बांध कर चले, आज देश है पुकारता। दुश्मनों को है ललकारता। साथियों चलो संवर के आज, माटी की सौगंध ले चले॥ इस देश से आतंक मिटाना, दुश्मनों को मार भगाना। जी-जान से इस देश की रक्षा, करने को प्राण हाथ ले चले॥ देश का झंडा चूमे … Read more

बहादुर बेटी का सपना

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** माँ मैं पढ़-लिख बन सकूं,मातृभूमि की शान। सेवा अपने देश की,बढ़ा सकूं मैं मानll माँ,बेटी के भाव को,समझ दिये आशीष। बेटी बनकर तुम सदा,ऊंचा रखना शीशll बेटी बोली माँ मुझे,देना यह वरदान। स्वाभिमान से मैं चलूं,बढ़ा के अपना ज्ञानll मान बढ़ाने देश का,सदा करूंगीं काम। ज्ञान और विज्ञान से,सदा बढ़ेगा … Read more

कारगिल युद्ध की विजय गाथा

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. ‘सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। देख लेंगे जोश कितना बाजू-ए-कातिल में है॥’ भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के सम्मान के रूप में तथा कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर रणबाँकुरों को श्रद्धांजलि देने के रूप में २६ जुलाई का दिन ‘विजय … Read more

अंग्रेजी भाषा का प्राथमिक स्तर पर विरोध जरूरी

कमलेश पाण्डेय सीतापुर ********************************************************************** शिक्षा नीति २०१९ के प्रारुप पर भाषा को लेकर बवाल…….. द्विभाषा नीति हो या त्रिभाषा नीति,विरोधी स्वर को सुने जाने की जरूरत है तथा देश को बताए जाने की जरूरत है कि किसी पर कोई भाषा थोपी नहीं जा रही है,किन्तु हिन्दुस्तान की पहचान के लिए हिन्दी आवश्यक है। हिन्दी की … Read more

पराक्रम

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** खड़े हैं सीमांत में,इस देश हित के कारने। शत्रुओं का दमन कर,आतंकियों को साधने। देश है मेरा खड़ा,हूँ दुश्मनों को मारने। गया हूँ इस समर में,या प्राण इस पर त्यागने॥ सौभाग्य मुझको धरा की,जो मातृभूमि है मेरी। दुश्मनों को मार कर,ही थमेगी गोली भरी। उठाएगा आँख जो,इस देश के भूभाग … Read more

हे माँ,मुझको ऐसा वर दो

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** हे माँ मुझको ऐसा वर दो। मैं व्याकुल हूँ संताप हरो। स्वीकार करो अम्बे मुझको। आया चरणों में मातु सुनो॥ ले लो सुध माँ मैं आहत हूँ। पीरा हर दो मैं शंकित हूँ। नौका जलधारा में उलझे। कैसे भव से नौका सुलझे॥ माता अब आओ आस करुं। तेरे बिन कैसे … Read more