शिक्षा शिल्पकार महामना

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** भाग्य भगवान विधाता का व्याख्याता धैर्य धीर-वीर गंभीर, महिमा महत्व का व्यक्ति व्यक्तित्व सत्य का साधक युग राष्ट्र समाज के उधभव विकास का आराधक। युवा उत्साह उमंग की प्रेरणा प्रश्ननग परिणाम का शौर्य शंखनाद, गरिमा गर्व उत्कर्ष विराटता का वैभव का जीवेत जाग्रत सिद्धान्त। कल्पना परिकल्पना का अन्वेषक विज्ञान-ज्ञान … Read more

`नेताजी` सुभाष चंद्र बोस-जीवन और प्रभाव

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** #साहित्य के आलोक में नेताजी-`नेताजी` सुभाष चन्द्र बोस का जन्म १८९७ में कटक में जानकी नाथ बोस की १४ सन्तानों में नवी संतान के रूप में हुआ,जब भारत अंग्रेजों का गुलाम था! नेताजी संभ्रांत बंगाली विरासत वाले बंगाली समाज के कायस्थ परिवार में जानकी नाथ बोस और माँ प्रभावती … Read more

भावनाएं

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** कोई कहता देव अंश है कोई कहता कर्मवश है, निर्मल सुन्दर एक हंस है कहते जिसको काया। बसता जिसमें मन है उठता है जिसमे उफान, कहते जिसको हैं `भावना` इससे जाना जाता है इन्सान। रिश्तों की डोरी में बंधकर कहीं पिता कहीं पुत्र, कहीं गुरू तो कहीं शिष्य इन्सान … Read more

कारवां मिल गया

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** जिन्दगी की किश्ती को जमाने की किस्मत, मिल गई मौजों के तूफ़ां, उम्मीदों की धारा में उम्मीदों के साहिल, को किनारा कारवां मिल गयाl हसरत की हैसियत, दरिया पहाड़ों से निकल तमाम मुक़ामों-राहों से गुजर, समन्दर की शान नजारों का नजारा, हस्ती का सहारा बन गईl जिन्दगी तो पानी … Read more

तलाश

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** हर किसी को तलाश मंजिल की, सफर इस कदर तन्हा भीड़ में भी हौंसला, जज्बा उदास। अरमान अंदाज जिंदगी के, जमीं-आसमां जीत का खुमार हार का, शबाब उम्मीद की एक आवाज। नहीं हारना नहीं थकना, लम्हा-लम्हा इश्क जुनून की जिंदगी, ही जमाने में मशहूर। हजारों ख्वाब जिंदगी के साहिल … Read more

प्यार का नशा

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** प्यार का नशा, यार के दीदार का नशा। नशा,नशा नहीं, मजा जिंदगी का।। कहीं दौलत का है गुरुर नशा, कहीं शोहरत का सुरूर नशा। हुस्न की हस्ती का नशा, इश्क की मस्ती का नशा। नशा,नशा है जिंदगी का, प्यार की बन्दगी का।। किसी को दानिश इल्म का नशा, किसी … Read more

हे माँ

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** तू अवनि अवतारी, पर्वत की बाला दुःख हरने वाली, जग कल्याणी! जय अम्बे जय जगदम्बे!! तू सीता सावित्री, पार्वती विघ्नेश्वरी भुनेश्वरी बाघम्बरी, चंडी चंडिका मनसा महिमा, मनोकामना! तू अवनि अवतारी, पर्वत की बाला दुःख हरने वाली, जग कल्याणी! जय अम्बे जय जगदम्बे!! तू लक्ष्मी गौरी, शिवा वैष्णवी रुक्मणि राधा, … Read more

मंगल मूरत शुभ देव गणेश

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** जै जै जै गणपति गणनायक, शुभ कर्मों के देव विनायक! जै जै जै गणपति गणनायक!! मातृभक्ति की शक्ति प्रथम पूज्यते देव गज़ानन, जै जै जै गणपति गणनायक! शुभ कर्मों के देव विनायक, जै जै जै गणपति गण नायक!! महादेव शिव शंकर के सत्य प्रकाश, महाकाल रूद्राअँश भय भव,भंजक बाधा … Read more

शरणार्थी

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी दिवस विशेष……….. शरणागत धर्म-सक्षम साहस, कर्मवीर वचन दृढ़प्रतिज्ञ पालक, रक्षक कहलाता है। खुद के दायित्व, कर्तव्यों का सात्विक विशुद्ध अंतर मन से करता है, युग पुरुषार्थ बन जाता। याचक उसकी शरण में जब भी आता, उसकी रक्षा में पराक्रम का, पुरुष युग शरणागत की मान-सम्मान मर्यादा की … Read more

दासतां जुबां पे ना आये…

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** गर कहीं मुलाक़ात हो जाये, खुदा करे तेरी याद ना आयेl ना गिले ना शिकवे, उलफत नफरत की दासतां, जुबां पे ना आयेll बिखर गया अरमाने मुहब्बत, उजड़ी जिन्दगी का चमन वीरानl कारवां का अजनबी कहीं फिर न मिल जायेll जवां दिल की मुहब्बत का जुनून इंतज़ार का, लम्हा-लम्हा … Read more