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हे माँ

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’ 
गोरखपुर(उत्तर प्रदेश)

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तू अवनि अवतारी,

पर्वत की बाला

दुःख हरने वाली,

जग कल्याणी!

जय अम्बे जय जगदम्बे!!

तू सीता सावित्री,

पार्वती विघ्नेश्वरी

भुनेश्वरी बाघम्बरी,

चंडी चंडिका

मनसा महिमा,

मनोकामना!

तू अवनि अवतारी,

पर्वत की बाला

दुःख हरने वाली,

जग कल्याणी!

जय अम्बे जय जगदम्बे!!

तू लक्ष्मी गौरी,

शिवा वैष्णवी

रुक्मणि राधा,

राधा ब्राह्मी

भाग्यविधाता!

तू अवनि अवतारी,

पर्वत की बाला

दुःख हरने वाली,

जग कल्याणी!

जय अम्बे जय जगदम्बे!!

तू माँ शारदा,

स्वप्नेश्वरी बगलामुखी

कर्णिका काली,

तू छाया-माया

निद्रा क्वचिदपि,

न भवति कुमाता!

तू अवनि अवतारी,

पर्वत की बाला

दुःख हरने वाली,

जग कल्याणी!

जय अम्बे जय जगदम्बे!!

तू रिद्धि-सिद्धि,

हरसिद्धि सत्य

सप्तश्रृंगी माता,

तू कामाख्या

जग जननी,

जग विख्याता!

तू अवनि अवतारी,

पर्वत की बाला

दुःख हरने वाली,

जग कल्याणी

जय अम्बे जय जगदम्बे!!

तू सर्वेश्वरी कमलेश्वरी,

ब्राह्मणी रुद्राणी

ज्वाला माता,

दक्षिणेश्वर काली

महालक्ष्मी,

मुम्बा देवी धन-धान्य

सुतान्यहम की दाता!

तू अवनि अवतारी,

पर्वत की बाला

दुःख हरने वाली,

जग कल्याणी

जय अम्बे जय जगदम्बे!!

तू सुरेश्वरि-असुरेश्वरी,

इंद्राणी करुणेश्वरी

माहेश्वरी दिगम्बरी,

श्वेताम्बरी ललितेश्वरी नारायणी

क्रोध क्षमा की माता!

तू अवनि अवतारी,

पर्वत की बाला

दुःख हरने वाली,

जग कल्याणी

जय अम्बे जय जगदम्बे!!

तू भ्रामरी भैरवी,

शनिश्चरी मीनाक्षी

अनुसूइया धात्री धारिणी,

जगतारणी माता!

तू अवनि अवतारी,

पर्वत की बाला

दुःख हरने वाली,

जग कल्याणी

जय अम्बे जय जगदम्बे!

तू चिंत्तपूर्णी,

छिन्नमस्तिका

सिद्धेश्वरी चामुंडा,

चामुंडेश्वरी रामेश्वरी मातेश्वरी!

तू अवनि अवतारी,

पर्वत की बाला

दुःख हरने वाली,

जग कल्याणी

जय अम्बे जय जगदम्बे!!

परिचय-एन.एल.एम. त्रिपाठी का पूरा नाम नंदलाल मणी त्रिपाठी एवं साहित्यिक उपनाम पीताम्बर है। इनकी जन्मतिथि १० जनवरी १९६२ एवं जन्म स्थान-गोरखपुर है। आपका वर्तमान और स्थाई निवास गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) में ही है। हिंदी,संस्कृत,अंग्रेजी और बंगाली भाषा का ज्ञान रखने वाले श्री त्रिपाठी की पूर्ण शिक्षा-परास्नातक हैl कार्यक्षेत्र-प्राचार्य(सरकारी बीमा प्रशिक्षण संस्थान) है। सामाजिक गतिविधि के निमित्त युवा संवर्धन,बेटी बचाओ आंदोलन,महिला सशक्तिकरण विकलांग और अक्षम लोगों के लिए प्रभावी परिणाम परक सहयोग करते हैं। इनकी लेखन विधा-कविता,गीत,ग़ज़ल,नाटक,उपन्यास और कहानी है। प्रकाशन में आपके खाते में-अधूरा इंसान (उपन्यास),उड़ान का पक्षी,रिश्ते जीवन के(काव्य संग्रह)है तो विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में भी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं। ब्लॉग पर भी लिखते हैं। आपकी विशेष उपलब्धि-भारतीय धर्म दर्शन अध्ययन है। लेखनी का उद्देश्य-समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करना है। लेखन में प्रेरणा पुंज-पूज्य माता-पिता,दादा और पूज्य डॉ. हरिवंशराय बच्चन हैं। विशेषज्ञता-सभी विषयों में स्नातकोत्तर तक शिक्षा दे सकने की क्षमता है।

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