इम्तिहान

सपना परिहार नागदा(मध्यप्रदेश) ********************************************************* इम्तिहानों का दौर जारी है, थोड़ा सब्र रखिये हालात कैसे भी हो, थोड़ा धैर्य रखिये। बुरा वक्त है, ये भी गुजर जाएगा उम्मीद का सूरज भी, एक दिन निकल ही आएगा। इस तरह से तू, मायूस न हो इन परेशानियों से, यूँ दुखी न हो जिसने ग़म दिया, वो खुशी भी … Read more

प्रेम है क्या ?

अनिता मंदिलवार  ‘सपना’ अंबिकापुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** प्रेम है क्या ? प्रेम मन में उठते तरंगों का नाम है, या किसी के लिए मधुर जज़्बातों का नाम। किसी के साथ जीने-मरने का, कसम खाने का नाम या किसी के लिए, जान दे देना ही प्रेम है। प्रेम को कौन, समझ सका है आखिर प्रेम है क्या ? … Read more

वनवास

सपना परिहार नागदा(मध्यप्रदेश) ******************************************– चौदह वर्ष का वनवास, केवल राम,सीता और लक्ष्मण ने नहीं झेला… उनके साथ उर्मिला,भरत और माता कौशल्या और सुमित्रा ने भी भोगा वनवास… अपने प्रियजनों के बिछोह का। जिसकी पीड़ा, केवल शब्दों में व्यक्त नही हो सकती। वनवास उर्मिला को भी मिला, पति से विरह का… भरत को भाई के बिछोह … Read more

गुलाब

सपना परिहार नागदा(मध्यप्रदेश) ******************************************– सुना है तेरे शहर में गुलाब बहुत हैं, उसकी खुशबू मेरे शहर से होकर गुजरती है भले ही रौनक तेरे शहर में हो, तेरे शहर के गुलाब से मेरी गलियाँ महकती है। गुलाब है तो चमन में बहार है, हर लब पर सिर्फ उसका ज़िक्र बेशुमार है वो जब खुल के … Read more

वो चरित्रहीन हो जाती है…

सपना परिहार नागदा(मध्यप्रदेश) ****************************************** जब किसी पुरूष से उसकी मित्रता हो जाती है, वो मन ही मन थोड़ा ज्यादा जी जाती है। थोड़ा हँसती है,थोड़ा मुस्कुराती है, तब समाज की नजरों में वो चरित्रहीन हो जाती है। थोड़ा मन में दायरे से वो बाहर आ जाती है, अपनी पसंद का कुछ थोड़ा भी अच्छा कर … Read more

देशभक्ति

अनिता मंदिलवार  ‘सपना’ अंबिकापुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. मन में देशभक्ति की भावना रहे, दिल में देशहित की कामना रहे। शहीदों की कुर्बानी हमें याद रहे, उनके कर्मों का बखान हम करें। अमर जवान ज्योति सरताज रहे, इस तरह उनका मान बरकरार रहे। उनके इतिहास पर हमें नाज रहे, उनसे प्रेरणा ले समर्पण … Read more

अब चुप न रहो

अनिता मंदिलवार  ‘सपना’ अंबिकापुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** खामोशी तोड़ दो, अब चुप न रहोl कोई नहीं समझेगा, दु:ख-दर्द यहाँ तेरा बात मान लो मेरी, अब जिद्द छोड़ दोl खामोशी तोड़ दो- अब चुप न रहोll आज की नारी हो, सब पर भारी हो अधिकार जान लो, मन से मन जोड़ लोl खामोशी तोड़ दो- अब चुप न … Read more

आत्मनिर्भर

अनिता मंदिलवार  ‘सपना’ अंबिकापुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** “उमा,कब तक दूसरों के बच्चों से खेलती रहोगी ? अब अपना भी सोचो।” पास खड़ी मिसेज शर्मा ने कहा। उमा बस-“जी चाची जी” ही कह पायी,अब कहे भी क्या ? ऐसी बातों से अब अक्सर उसे दो- चार होना ही पड़ता है। शादी के पाँच वर्ष बाद भी उसकी गोद … Read more