हिंदी आत्मा की पुकार है
प्रेमशंकर ‘नूरपुरिया’ मोहाली(पंजाब) **************************************************************************** हिंदी दिवस स्पर्धा विशेष……………….. भाषाओं में एक विशाल प्रकार है हिंदी, हृदय के उपवन की एक बहार है हिंदी। कितनी धड़कनें धड़कती हैं हिंदी के लिए, हम सभी में आत्मा की पुकार है हिन्दीll हिंदी हमारे हिन्दुस्तान की मुख्य साख है, हमारी हिंदी में संस्कार का सामर्थ्य लाख है। जिससे दिखता … Read more