ओ कान्हा मेरे
सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. ओ मेरे माखन चोर कन्हैया, कबसे खड़ी हूँ तेरे द्वार। मैं ही मीरा मैं ही राधा, आ सुन ले मेरी पुकार। ओ कान्हा मेरे,सुन ले मेरी पुकार… तेरी ही धुन में मस्त रही मैं, छोड़ा सभी घर-द्वार। बाँसुरी की धुन सुन तेरी, नाचूं मैं बारम्बार। … Read more