स्वाति-जिदंगी का चित्रण
तृप्ति तोमर `तृष्णा` भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* स्वाति इधर-उधर खिलखिलाती जैसे लहर, गुनगुनाती सरगम जैसे शाम और शहर। रिमझिम-रिमझिम जुगनू-सी जगमगाती-सी, चारों तरफ तारों भरी रात जैसे दिवाली-सा मंजर। अनगिनत खुशियों की रोशनी से रोशन जैसे चंद्रमा, धीमी-धीमी महकी-सी हवा से महकता आसमां। कलाकारियों की अनेकों प्रतिछाया लेकर, फैलाई चारों और अपनी अभिनय की लालिमा। थोड़ी चंचल,नटखट,अदा … Read more