स्वाति-जिदंगी का चित्रण

तृप्ति तोमर `तृष्णा` भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* स्वाति इधर-उधर खिलखिलाती जैसे लहर, गुनगुनाती सरगम जैसे शाम और शहर। रिमझिम-रिमझिम जुगनू-सी जगमगाती-सी, चारों तरफ तारों भरी रात जैसे दिवाली-सा मंजर। अनगिनत खुशियों की…

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`नारी` कोई खिलौना नहीं,गुनाहगारों को कड़ी सजा जरूरी

तृप्ति तोमर `तृष्णा` भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* हैदराबाद घटना-विशेष रचना.......... आज हमारे देश मेंं बढ़ रहे अपराध और अपराधियों के लिये सरकार द्वारा सख्त कानून व्यवस्था नहीं है। इतने संगीन अपराध होने…

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नारी की अस्मत कब तक यूँ ?

डॉ.साधना तोमर बागपत(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** कब तक मानवता शर्मशार होती रहेगी ? नारी की अस्मत यूँ नीलाम होती रहेगी। सजा मिलेगी वहशी दरिन्दों को कब, पाप कब तक ये धरती…

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बच्चे अद्वितीय वरदान

तृप्ति तोमर `तृष्णा` भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* विश्व बाल दिवस स्पर्धा विशेष……….. बच्चे हैं ईश्वर का दुर्लभ रूप, हर कहीं है इनका सुंदर स्वरूप। इनकी हँसी से फैलती चाँद-सी चमक, पूरे घर…

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नेहा ‘एक प्रेरणा’

तृप्ति तोमर `तृष्णा` भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* अंदाज इनका जटिल,अलग और सटीक, व्यक्तित्व है सहज,सौंदर्य का प्रतीक। मौन मूर्ति-सी मूरत है जिनकी, सबसे जुदा है शख्सियत इनकी। गागर में सागर-सी इनकी उपमा,…

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जिंदगी इक संघर्ष

तृप्ति तोमर `तृष्णा` भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* जिंदगी का उपनाम है संघर्ष, इशारों पर नचाती जैसे सर्कस। जिंदगी का हर रुप है चुनौती, हर पहलू में नया रंग दिखलाती। कभी टूटती है…

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उषा बेला

डॉ.साधना तोमर बागपत(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** उषाकाल में प्रकृति रानी, दुल्हन बन कर आयी है। रंग-बिरंगे पुष्पों से सजी, धानी चुनर लायी है। प्राची से स्वर्णिम किरणें ये, लुका-छिपी खेल रही।…

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करवा चौथ

डॉ.साधना तोमर बागपत(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** नीरा सुबह-सुबह घर के सब कार्य निपटाने में लगी थी। कालेज से उसने आज छुट्टी ले ली थी,साथ ही धीरे-धीरे कोई गीत गुनगुना रही थी।…

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बदलते रिश्ते

डॉ.साधना तोमर बागपत(उत्तर प्रदेश) *************************************************************** शालू ग्रीष्मकालीन अवकाश में एक महीने के लिए बच्चों के पास पूना आयी थी। बेटा,बहू और बेटी सब एकसाथ रहते थे। बेटी,बहू दोनों एक ही…

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प्रकृति

तृप्ति तोमर `तृष्णा` भोपाल (मध्यप्रदेश) ********************************************************************* कई रूप,कई मौसम,सराबोर है प्रकृति, अनेक रंग-बिरंगी,लिए आकर्षक आकृति। झरने,नदियों,पहाड़ों से मिलकर बना अस्तित्व, महकती हवाएं,खुली फिजाओं से सजा व्यक्तित्व। मनमोहक रुप,सुंदर सलोनी काया, मानो…

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