हम-तुम
तृप्ति तोमर `तृष्णा`भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से दो दिलों का मधुर संगीत से ओत-प्रोत तराना,इनकी खुशबू से मनमुग्ध है सारा फ़साना। हमसे शुरू होकर तुम पर खत्म होती इनकी सृष्टि,इसमें है जीवन की सबसे सुंदर,अद्भुत रूप की वृष्टि। दो आत्माओं के सफर को एक माला में पिरोया,जीवन के सौंदर्य के सभी चलचित्रों … Read more