उठो,चल पड़ो लेकर प्रभु का नाम
ममता बैरागी धार(मध्यप्रदेश) ****************************************************************** बहुत पढ़ लिया इतिहास,अब रचने की बारी है, कहानी,कविताएं नहीं,कुछ करने की बारी है। आओ आज फिर से एक बात नई करें हम, और इस जीवन को सुंदर बना जाएं हम-तुम। आज सोच बदलने की जरूरत आन पड़ी है, केवल भाषणबाजी से बात कहाँ जान पड़ी है। जान देने की ऋतु … Read more